क्या कोरोना पॉजिटिव मां के स्तनपान कराने के जरिए बच्चों को संक्रमण का खतरा है? इस सिलसिले में अमेरिका के एक शोध में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चों को दूध पिलाने से कोविड-19 नहीं फैलता है. शोध को जामा के ऑनलाइन संस्करण में प्रकाशित किया गया है.


स्तनपान पर चौंकानेवाला खुलासा


शोधकर्ताओं ने कोरोना पॉजिटिव मां के 64 दूध सैंपल का मुआयना किया. उन्होंने दूध को 30 मिनट तक 62.5 डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया और फिर 4 डिग्री सेल्सियत तक ठंडा कर दिया. दूध को पाश्चुराइज्ड करने के बाद वायरस का किसी भी सैंपल में पता नहीं चल पाया. शोध के बाद बताया गया कि स्तनपान से बच्चे में वायरस का संक्रमण नहीं होता है. हालांकि एक सैंपल को जांच में वायरल RNA पॉजिटिव पाया गया. उसके बाद किए गए टेस्ट से पता चला कि वायरस का फैलाव नहीं हुआ. इस तरह मां का दूध बच्चे को संक्रमित नहीं कर सका.


बच्चे तक नहीं फैलता है कोविड-19


इस शोध में बच्चे में संक्रमण का स्रोत स्तनपान होने के दावे को खारिज किया गया. हालांकि बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए कुछ सुरक्षात्मक उपाय जरूर करने चाहिए. स्तनपान कराने से पहले साफ-सफाई और बच्चे के सामान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. ग्रेस अलड्रोवंडी नामक एक शोधकर्ता ने कहा, "हमें उम्मीद है कि हमारा नतीजा और शोध महिलाओं को स्तनपान के प्रति विश्वास दिला पाने में सफल होगा. इंसानी दूध के बच्चों और मां के लिए अनगिनत फायदे हैं."


एक अन्य शोधकर्ता क्रिस्टीना चैंबर्स ने बताया, "ये मिल्क डोनर के लिए बहुत ही बढ़िया शोध है. स्तनपान पर हमारा शोध कुछ भ्रांतियों को दूर करता है मगर शोध को अभी और बड़े सैंपल पर किए जाने की जरूरत है." उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिलाओं में वायरस के खिलाफ एंटी बॉडीज का निर्माण होता है और यही एंटी बॉडीज स्तनपान के जरिए नवजात तक पहुंच जाती है. जिससे नवजात को कोविड-19 से सुरक्षा मिलती है.


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