Covid-19 ने भारतीयों को बनाया ज्यादा दयालु और उदार, सर्वे में शामिल लोगों ने कही ये बड़ी बात
कोविड-19 के कारण भारतीयों के दृष्टिकोण में बड़ा बदलाव आया है.सर्वे में शामिल लोगों ने कहा है कि ज्यादा दयालु और उदार बन गए हैं.
Covid-19 के अभी तक तो हानिकारक प्रभावों का खुलासा होता रहा है. मगर एक सर्वे में बताया गया है कि महामारी ने भारतीयों को ज्यादा दयालु और उदार बना दिया है. बेंगलुरू की एक स्वंयसेवी संस्था 'गिव इंडिया' ने 500 भारतीयों पर सर्वे के बाद चौंकानेवाला खुलासा किया.
कोविड-19 ने लोगों को बनाया ज्यादा उदार
सर्वे में शामिल 85 फीसद लोगों ने स्वीकार किया कि कोविड-19 के चलते 'उनके परोपकार की भूख बढ़ गई है'. उन्होंने ये भी बताया कि आगे भी उनका और ज्यादा दान करने का इरादा है. 74 फीसद लोगों ने स्थानीय समुदाय की मदद करने की इच्छा जताई. 71.5 फीसद ने कहा कि मौजूदा कारण के लिए समर्थन कम नहीं करेंगे. चाहे इससे कोविड-19 से प्रभावित लोगों की सीधी मदद भी न हो.
कोविड महामारी ने परोपकार के प्रति लोगों के दृष्टिकोण को भी प्रभावित किया है. 30.92 फीसद लोगों ने पुराने कारणों के लिए अपना समर्थन जारी रखने की बात कही. 23.67 फीसद लोगों ने जवाब कि आगे भी उनका और ज्यादा दान करने का इरादा है. हालांकि 25.12 फीसद लोगों ने नए कारणों के लिए दान-पुण्य करने की उम्मीद जताई. गिव इंडिया के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा, "छह महीनों में 230 करोड़ रुपये धन इकट्ठा करने में कामयाबी के बाद हमारी संस्था सर्वे को करने के लिए प्रेरित हुई.
लोगों ने मानी दृष्टिकोण में बदलाव की बात-सर्वे
हमारी संस्था ने 230 करोड़ की बड़ी रकम कोविड राहत कोष के लिए मार्च से अगस्त के बीच जुटाया था." उन्होंने बताया कि कोविड राहत कोष की रकम से हम 50 लाख लोगों की जिंदगी को प्रभावित करने में सक्षम हो गए हैं. धन को आजीविका, मानवीय सहायता, हिफाजती उपाय और स्वास्थ्य चिकित्सा पर खर्च किया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में इकट्ठा की गई कुल रकम से अभी की रकम चार गुना ज्यादा है.
बच्चों के नखरे को शांत कराने के 5 टिप्स, स्क्रीन के इस्तेमाल किए बिना भी हो सकते हैं मददगार
Tips: दिन की शुरुआत करें एक ग्लास मेथी पानी के साथ, शरीर को इस तरह पहुंचाएगा फायदा