केरल में बढ़ते कोरोना मामले के बाद अब पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में लगातार केस बढ़ रहे हैं. बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक टीम मिजोरम भेजी है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की सलाहकारी महामारीविद् डॉक्टर विनिता गुप्ता के नेतृत्व में चार सदस्यीय केंद्रीय टीम मंगलवार को मिजोरम की राजधानी आइजोल पहुंची है. मंगलवार को आइजोल पहुंचने के बाद टीम ने तुरंत राज्य एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी), आइजोल पूर्व और आइजोल पश्चिम के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) के साथ बैठक की और कोरोना के बढ़ते मामलों पर चर्चा की. 


राज्य में बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले


बयान में कहा गया है कि बुधवार को टीम राज्य में बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा के लिए विभिन्न जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से बात करेगी. केंद्रीय टीम के सदस्य आइजोल पश्चिम में कोविड-19 केयर सुविधाओं का जायजा लेंगे. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मिजोरम में मंगलवार को दर्ज किए गए 1,681 नए संक्रमणों के साथ कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है. राज्य में अब तक कुल 99,856 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर 331 हो गई है. 


9,331 लोगों के कोरोना टेस्ट में 18 प्रतिशत लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. नए संक्रमित लोगों में तकरीबन 322 बच्चे हैं. इस बीच सितंबर में गठित कोविड-19 प्रबंधन की राज्य स्तरीय विशेषज्ञ टीम ने कहा कि पहले से बीमार मरीजों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख निदेशक डॉ एफ ललियनहलीरा ने मंगलवार को एक प्रेस मीटिंग के दौरान बताया कि राज्य सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी गई है, जिसमें कोविड-10 परीक्षण और होम आइसोलेशन के लिए standard operating procedurew (SOP) में संशोधन की मांग की गई है. 


उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट टीम राज्य में कोविड-19 देखभाल सुविधाओं को मजबूत करने की सिफारिश की है. मिजोरम में केवल एक कोविड अस्पताल है. जोरम मेडिकल कॉलेज, जिसमें 34 आईसीयू बेड सहित कुल 341 बेड और लगभग 18 स्वास्थ्य केंद्र (DCHs) हैं.


लोगों को जागरूक करने के लिए चलेगी 10 दिवसीय अभियान 


डॉ एफ ललियनहलीरा ने कहा कि फेस मास्क और सैनिटाइज़र के उपयोग के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए दस दिवसीय अभियान 11 अक्टूबर से शुरू होगी. वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मिजरोम में कोविड -19 की बढ़ते मामलों के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए राजधानी आइजोल में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सभी जिलों में एक कोविड-19 अस्पताल और महामारी के बीच गरीबों के लिए राहत व्यवस्था करने की मांग की. इसके साथ ही वे स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर आर लालथंगलियाना के इस्तीफे की भी मांग की.


विपक्ष ने लगाया आरोप


एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, कांग्रेस विधायक दल के नेता जोडिंटलुआंगा राल्ते ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट सरकार राज्य में “बढ़ते कोविड -19 मामलों को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल रही है”. जोडिंटलुआंगा राल्ते ने कहा, "मुझे इस बात का दुख है कि 300 से अधिक लोगों ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवा दी. स्वास्थ्य मंत्री और चिकित्सा संचालन टीम के अध्यक्ष की अक्षमता के कारण कई निवासियों को आजीविका संकट का सामना करना पड़ रहा है."


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