क्या महिलाएं डिलीवरी के बाद कोविड-19 की वैक्सीन किसी भी वक्त लगवा सकती हैं? जानिए विशेषज्ञों की राय
कोविड-19 टीकाकरण के महत्व पर जोर देते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि महिला अपने बच्चे के जन्म के बाद किसी भी वक्त वैक्सीन लगवा सकती है. हालांकि, प्रेगनेन्ट महिलाओं के लिए टीकाकरण अभी तक सरकारी दिशानिर्देशों द्वारा अनुशंसित नहीं है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ महिला का टीकाकरण किसी भी वक्त बच्चे को जन्म देने के बाद किया जा सकता है. स्तनपान करानेवाली महिलाओं को टीकाकरण की मंजूरी हाल ही में सरकार की तरफ से मिली है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) के मुताबिक, टीकाकरण के बाद ब्रेस्टफीडिंग कोई समस्या नहीं है और उसे नहीं रोका जाना चाहिए, 'यहां तक कि एक घंटे के लिए भी नहीं'. मेडिकल विशेषज्ञों ने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद किसी भी वक्त महिला का टीकाकरण हो सकता है. हालांकि, प्रेगनेन्ट महिलाओं के लिए टीकाकरण अभी तक सरकारी दिशानिर्देशों द्वारा अनुशंसित नहीं है.
डिलीवरी के बाद टीकाकरण
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज और जीटीब अस्पताल, दिल्ली में प्रोफेसर डॉक्टर आमिर खान मारूफ का कहना है कि वैक्सीन लगवा चुकी, ब्रेस्टफीडिंग करानेवाली मां नवजात शिशु के लिए खतरा नहीं है. उन्होंने जोर दिया कि डिलीवरी के बाद टीकाकरण को देर करने की कोई वजह नहीं है. इसके अलावा, उन्होंने ये भी कहा कि जब टीकाकरण की बात आती है, तो स्तनपान करानेवाली महिलाओं को कोई विशेष सावधानी बरतने की जरूरत नहीं. वही सावधानी जो आम आबादी पर लागू होती है, उन पर भी लागू होगी. रोजवाक हॉस्पिटल और अपोलो क्रेडल रोयल में सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर लवलीना नादिर के मुताबिक, मासिक धर्म के किसी चरण में टीकाकरण किया जा सकता है.
डॉक्टर लवलीना कहती हैं, "सिजेरियन डिलिवरी और वक्त से पहले जन्म की ज्यादा घटनाएं शायद कोविड-19 संक्रमण से जुड़ी मां की बीमारी के कारण हो. अगर महिला ने कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है और उसके प्रेगनेंसी का खुलासा होता है, तब भी चिंता की कोई बात नहीं, प्रेगनेंसी को जारी रख सकती है." उन्होंने भ्रम को दूर किया कि प्रेगनेंसी कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा नहीं बढ़ाती है.
महिलाओं में कोविड-19 टीकाकरण
कोविड-19 वैक्सीन के मानव परीक्षण में प्रेगनेन्ट महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था और वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता से जुड़े डेटा उपलब्ध नहीं है. हालांकि, फेडरेशन ऑफ ओब्स्टेट्रिक एंड गाइनाकोलोजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया ने सिफारिश की है कि कोविड की वैक्सीन प्रगेनेन्ट महिलाओं को लगाई जानी चाहिए क्योंकि कोरोना से संक्रमित होने का खतरा और मृत्यु दर दूसरी महामारी के दौरान ज्यादा है. एग्जक्यूटिव डायरेक्टर ऑफ कोलेशन फोर फूड एंड न्यूट्रिशन सेक्यूरिटी, नई दिल्ली में डॉक्टर सुजीत रंजन के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन्स कहती है कि प्रेगनेन्ट और स्तनपान करानेवाली महिलाओं का टीकाकरण किया जा सकता है, लेकिन भारत में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप मुद्दे पर चर्चा कर रहा है. उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही प्रेगनेन्ट महिलाओं के लिए भी कोविड-19 वैक्सीन की अनुमति दे सकता है."
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