Covid-19 vaccine: दुनिया के लिए अच्छी खबर है कि वैश्विक महामारी के खिलाफ वैक्सीन अब बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए मुहैया है. इस सिलसिले में अमेरिकी कंपनी ने कोविड-19 वैक्सीन पर बाजी मार ली है. सबसे पहले अमेरिका की कंपनी फाइजर ने वैक्सीन की तैयारी का दावा किया. उसने जर्मन कंपनी बायोएनटेक के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित की है. फाइजर ने अमेरिका और यूरोपीय यूनियन से वैक्सीन को बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने के लिए इजाजत मांगी है. हालांकि, ब्रिटेन ने दुनिया में सबसे पहले मंजूरी देकर वैक्सीन के इस्तेमाल का रास्ता साफ कर दिया है. माना जा रहा है कि अगले हफ्ते से वैक्सीनेशन की मुहिम भी शुरू हो जाएगी.
आपको कितने दाम चुकाने होंगे कोविड-19 वैक्सीन के लिए?
फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को 95 फीसद कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी बताया गया है. कई देशों ने उसकी वैक्सीन के लाखों डोज तैयार करने के लिए पहले ही करोड़ों डॉलर का ऑर्डर दे रखा है. लेकिन सवाल है कि आम आदमी को वैक्सीन कितने दाम में मुहैया होगी. फोर्ब्स के मुताबिक, फाइजर-बायोएनटेक की विकसित वैक्सीन की कीमत बहुत ज्यादा नहीं मानी जा रही है. कंपनी ने अमेरिका के लिए वैक्सीन के एक डोज की कीमत 19.50 डॉलर रखी है और उसी दाम पर अमेरिकी सरकार ने फाइजर से 1.95 अरब डॉलर का अनुबंध भी किया है.
कोविड-19 के मरीजों के लिए वैक्सीन के दो डोज जरूरी
कोविड-19 के मरीजों के लिए वैक्सीन के कम से कम दो डोज जरूरी हैं. इस हिसाब से एक मरीज को वैक्सीन की दो खुराक लेनी होगी और उसकी कीमत 39 डॉलर आएगी. इसके अलावा, एक और अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने भी वैक्सीन तैयार की है और उसने अपने एक डोज की कीमत 25 डॉलर तय किया है. इसका मतलब हुआ कि एक मरीज को दो डोज के लिए 50 डॉलर खर्च करने होंगे. हालांकि, अमेरिकी लोगों के लिए ये भाव बहुत ज्यादा नहीं हैं क्योंकि वहां जुकाम की सालाना वैक्सीन की कीमत भी 40 डॉलर है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की साझेदारी में वैक्सीन बना रही कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि लातिन अमरीका में वैक्सीन की कीमत 4 डॉलर प्रति डोज से कम होगी. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को बड़े पौमाने पर बना रही है. उसने बताया कि भारत और विकासशील देशों के लिए दाम तीन डॉलर यानी 220 रुपये के करीब रहने का अनुमान है.