दिल्ली NCR की जहरीली हवा से बचाने में कौन सा एयर प्यूरीफायर है मददगार? जान लीजिये ये जरूरी बातें
दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा सहित भारत के कई प्रमुख शहरों की हवा में प्रदूषण 'सीवियर' यानी बेहद खतरनाक लेवल पर है. दिल्ली में AQI 472 है, जो सांस में घुटन पैदा कर रही है और स्किन-आंखों में जलन कर रही है.
Air Pollution in Delhi NCR: घर से बाहर देखने पर धुंध दिखेगी. घर से निकलेंगे तो हो सकता है सांस लेने में दिक्कत हो या सिर दर्द होने लगे. धुंध का असर ज्यादा है तो आंखों में जलन भी महसूस होगी. पर उस धुंध का क्या जो दिखेगी नहीं, पर घर में ही मौजूद है. घर में मौजूद हवा भी उसी धुंध का हिस्सा है जो बाहर दिखती है. इसलिए घर पर रहें तो खुद को और अपने परिवार को बचाने के लिए छोटी सी कोशिश कर लें. घर के लिए एयर प्यूरीफायर खरीद लें. ज्यादा महंगा न लें तो सस्ता ही ले लें. जानिये एयर प्यूरीफायर खरीदने के लिये बेस्ट गाइड बुक क्या है
दिल्ली NCR में इस वक्त AQI 400 से ऊपर है जो बेहद खतरनाक माना जाता है. जानिये किस लेवल का AQI हमारी सांसों के लिये अच्छा है
- AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 0-50 के बीच है तो बहुत अच्छा है.
- AQI 50- 100 संतोषजनक
- AQI 100 -200 सामान्य( मॉडरेट)
- AQI 200-300- खराब
- AQI 300-400- बहुत खराब
- AQI 400 से ज्यादा होने पर खतरनाक माना जाता है.
अगर AQI को कम करना है तो उसके लिये फिलहाल सबसे अच्छा बचाव है एक एयर प्यूरीफायर खरीदा जाये. जानिये कैसे काम करता है एयर प्यूरीफायर और कैसे ये AQI को नॉर्मल लेवल पर लाता है.
एयर प्यूरीफायर में फिल्टर लगे होते हैं और साथ सक्शन भी होता है. ये एयर प्यूरीफायर कमरे की हवा को अंदर लेते हैं और फिर उसे फिल्ट्रेशन करके बाहर फेंकते हैं. इन एयर प्यूरीफायर में HEPA फिल्टर और कार्बन फिल्टर लगे होते हैं जिससे वो हवा को क्लीन करते रहते हैं. इन फिल्टर की लाइफ 1 साल से 3 साल तक होती है. जिस एरिया में एयर प्यूरीफायर लगा है वहां की हवा की क्वालिटी क्या है और फिल्टर होने के बाद हवा का AQI क्या है इसका इंडिकेशन भी इन एयर प्यूरीफायर में आता है.
एयर प्यूरीफायर के फायदे
- एयर प्यूरीफायर से सांस लेने में घुटन कम होती है.एलर्जी और अस्थमा में आराम मिलता है साथ इससे नींद अच्छी आती है
- हवा में फैल पोल्यूटेंट की वजह से जो स्किन में खुजली आंखो में जलन जैसी फील होती है वो एयर प्यूरीफायर लगाने से कम होती है
- एयर प्यूरीफायर लगाने से उस एरिया में फैली धूल मिट्टी और दूसरे हानिकारक पोल्यूटेंट क्लीयर हो जाते हैं.
- एयर प्यूरीफायर VOCs (volatile organic compounds) और radon को भी क्लीन करता है
एयर प्यूरीफायर खरीदने के लिये गाइड बुक
- सबसे पहले किसी भी एयर प्यूरीफायर HEPA फिल्टर होना जरूरी है. ये फिल्टर सबसे ज्यादा असरदार होते हैं और हवा में से अल्ट्रा फाइन पार्टिकल जैसे धूल, मिट्टी, मोल्ड, फ्लेक्स सबको क्लीन कर देते हैं. एयर प्यूरीफायर में HEPA फिल्टर होने चाहिये ना कि HEPA टाइप फिल्टर.
- दूसरा सबसे जरूरी है साइज के हिसाब से एयर प्यूरीफायर खरीदें. बड़े साइज के एयर प्यूरीफायर ज्यादा एरिया की हवा को क्लीन कर सकते हैं. ज्यादातर एयर प्यूरीफायर में ये लिखा होता है कि वो कितने स्क्वायर फीट एरिया की हवा को क्लीन करने में सक्षम हैं. सामान्य तौर पर एयर प्यूरीफायर 200 स्क्वायर फीट से लेकर 500 स्क्वायर फीट की हवा को क्लीन कर देते हैं
- इसके अलावा एयर प्यूरीफायर में टेक्नोलॉजी भी अलग अलग होती है. इन एयर प्यूरीफायर में एडवांस फिल्टर लगे होते हैं लेकिन किसी में UV लाइट स्टेरलाइजेशन होता है, किसी में मल्टी लेयर फिल्ट्रेशन होता है, किसी एयर प्यूरीफायर में फ्लैश स्ट्रीमर या स्पेस टेक टेक्नोलॉजी भी हो सकती है
- ऑनलाइन या ऑफलाइन फिलिप्स MI , हैवेल्स, डायसन, कोवे( Coway) Honeywell , डायकन, Sharp और केंट ब्रांड के अच्छे प्यूरीफायर है. इन एयर प्यूरीफायर की कीमत 5 हजार रुपये से शुरु होकर 50 हजार रुपये तक जाती है.