Dengue Alert: देश में पिछले 2 महीनों में जहां कोरोना के केस कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली, वहीं डेंगू के बढ़ते मामलों ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. अलग-अलग राज्यों में खासकर दिल्ली-एनसीआर में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. समय रहते इस बीमारी की पहचान और इलाज जरूरी है. जरा सी लापरवाही जानलेवा हो सकती है. यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आप डेंगू की पहचान कर सकते हैं. लक्षण पहचानने के बाद आपको क्या करना चाहिए.


1. ये हैं गंभीर और घातक डेंगू के लक्षण


डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू होने पर शरीर में तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में तेज दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों में तेज दर्द, थकान, उल्टी, स्किन पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. वहीं डेंगू गंभीर होने पर 3 से 7 दिनों बाद मरीज में बहुत तेज पेट दर्द, लगातार उल्टी, उल्टी और पेशाब में खून आना, तेजी से सांस लेना, शरीर में लिक्विड जम जाना, मसूड़ों और नाक से भी खून बहना, प्लेटलेट्स काउंट तेजी से गिरना, बेचैनी और सुस्ती जैसे लक्षण सामने आने लगते हैं. इसके अलावा कई मामलों में गंभीर केस में स्किन और शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ब्लीडिंग स्पॉट भी बनने लगते हैं.


ये है इलाज: इस स्थिति में आपको बिना समय बर्बाद किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसमें जरा सी भी देरी से आपके किसी भी अंग के फेल होने का खतरा रहता है. डॉक्टर लक्षणों के आधार पर ब्लड या प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन, इंट्रावेनस फ्लूइड और ऑक्सीजन थेरेपी से इलाज करते हैं.


2. हल्के डेंगू को इस तरह पहचानें


हल्के डेंगू में मरीज को ठंड के साथ बुखार लगना, बदन दर्द, सिर दर्द, पेट में दर्द, बदन और मांसपेशियों में दर्द, प्लेटलेट्स कम होने लगना, कमजोरी होना, भूख न लगना, मुंह का स्वाद बिगड़ना और अन्य कुछ लक्षण दिखते हैं.


ये है इलाज: इसमें मरीज को ज्यादा से ज्यादा रेस्ट करना चाहिए. प्लेटलेट्स की जांच भी कराते रहें. ज्यादा से ज्यादा पानी लें. लिक्विड डाइट जितना लेंगे उतना फायदेमंद होगा. इस स्थिति में मरीज के लिए नारियल पानी सबसे कारगर होता है. इसके अलावा गिलोय, कीवी, पपीता अनार, चुकंदर और हरी सब्जियों का भी ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए. डॉक्टर से सलाह लेते रहें.


डेंगू के लिए होते हैं ये जरूरी टेस्ट


डेंगू के लिए वैसे तो अब कई तरह के टेस्ट होते हैं. पर दो टेस्ट सबसे ज्यादा कराए जाते हैं, इन्हीं की जरिए पता लगता है कि मरीज को डेंगू है या नहीं.



  • NS1 को डेंगू एंटीजन टेस्ट कहते हैं. अगर डेंगू के लक्षण दिखें तो 5 दिनों के अंदर ये टेस्ट करवाना बेहतर माना जाता है. पर डेंगू के लक्षण बढ़ने पर यह उतना कारगर नहीं रहता.

  • एलाइजा टेस्ट भी काफी कराया जाता है. इसकी एक्युरेसी अच्छी मानी जाती है. इसमें दो तरह के टेस्ट होते हैं. पहले का नाम IGM है और दूसरे का नाम IGG है. इसमें से आईजीएम टेस्ट डेंगू के लक्षण दिखने के 3 से 5 दिन के अंदर कराना होता है, जबकि आईजीसी टेस्ट 5 से 10 दिन में कराया जाता है.


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