इसमें कोई शक नहीं है कि एक विशेष फल लीची के कई स्वास्थ्य फायदे हैं. लीची इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जाना जाता है. उसका इस्तेमाल वजन कम करने के लिए भी होता है. ये फल कैंसर की रोकथाम, पाचन सुधारने, हड्डियों को मजबूत बनाने और ब्लड प्रेशर को कम करता है. लीची वायरस के खिलाफ सुरक्षा करने, ब्लड प्रवाह को सुधारने और मेटाबोलिक गतिविधियों को तेज करने में मदद करता है.


लेकिन, उसके बावजूद लीची साइड-इफेक्ट्स से खाली नहीं है. लीची में शुगर की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है. उसके इस्तेमाल से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है. शरीर में हार्मोनल असंतुलन बढ़ाने का कारण भी लीची बन सकता है. उससे अंदरुनी ब्लीडिंग, बुखार या कुछ अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं. 


लीची के साइड-इफेक्ट्स


लीची 'गर्म' है- लीची स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट हो सकता है, लेकिन चीनी संस्कृति के मुताबिक, उसका स्वभाव गर्म होता है. बहुत ज्यादा लीची के इस्तेमाल नाक में खून, गले की सूजन को जन्म दे सकता है. 


प्रेगनेंट महिलाओं के लिए नुकसानदेह- प्रेगनेंट महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग के चरण तक लीची के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए क्योंकि फल हेमरेज और संक्रमण का कारण बन सकता है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है. 


लीची से वजन बढ़ता है- अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो समय आ गया है कि लीची का इस्तेमाल छोड़ दें. बहुत ज्यादा लीची के इस्तेमाल से आपको अधिक संख्या में कैलोरी प्राप्त होगी जिससे वजन बढ़ सकता है.


ऑटो-इम्यून बीमारियां- लीची विटामिन सी और ए का शानदार स्रोत है, लेकिन बहुत ज्यादा खाने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को अतिसक्रिय बना सकता है जो ऑटो-इम्यून बीमारियां जैसे रूमेटाइड अर्थराइटिस, लुपस का खतरा बढ़ाता है.


एलर्जी की वजह बनता है- एक दिन में 7 लीची से ज्यादा का इस्तेमाल एलर्जी जैसे जुबान और होठों की सूजन, खुजली, पित्ती और कठिनता से सांस लेने की वजह बन सकता है. इन वजहों से सावधान रहने की और लीची को संतुलित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है.


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