डायबिटीज के मरीज को ब्लड शुगर लेवल काबू में रखना सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है. उन्हें अपनी डाइट के बारे में हमेशा सावधान रहने के ब्लड शुगर लेवल को चेक कराने की जरूरत पड़ती है. लेकिन क्या आप जानते हैं ब्लड शुगर लेवल को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है? दूध का ब्रेकफास्ट में इस्तेमाल ब्लड शुगर लेवल की पेचीदगी को दूर करने में मदद पहुंचाता. शोध के मुताबिक, दूध ग्लूकोज लेवल को पूरे दिन कम रखता है.


ब्लड शुगर लेवल और दूध के बीच संबंध 
2018 में जर्नल ऑफ डेयरी साइंस में शोध प्रकाशित किया गया था. जिसमें बताया गया कि ब्रेकफास्ट में दूध पीने से ब्लड ग्लूकोज पूरे दिन कम रहता है. शोधकर्ताओं ने ब्रेकफास्ट में उच्च प्रोटीन युक्त दूध और ब्लड ग्लूकोज लेवल के प्रभाव पर शोध किया. शोध के दौरान उन्होंने पाया कि ब्रेकफास्ट के साथ दूध के सेवन से ब्लड ग्लूकोज का जमाव कम हो गया. उन्होंने प्रोटीन के जमाव और व्हे प्रोटीन के प्रभाव का परीक्षण किया. उन्होंने पाया कि व्हे प्रोटीन और कैसिइन प्रोटीन से गैस्ट्रिक हार्मोन का स्राव हुआ.


नतीजे के बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि ब्रेकफास्ट के समय दूध डायबिटीज मरीज के लिए जरूरी हो जाता है. ये कार्बोहाइड्रेट्स के पचाने की प्रक्रिया को धीमा करता है. और इस तरह दिन भर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रहने में मददगार साबित होता है.


डायबिटीज रोगियों के लिए दूध नहीं है खतरा


शोध से इस धारणा का भी खंडन होता है कि दूध डायबिटीज मरीजों के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है. उनके मुताबिक दूध में पौष्टिक तत्व और मिनरल पाए जाते हैं. ये हमारे स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाते हैं. किसी भी तरह का दूध चाहे स्किम मिल्क हो या सोया मिल्क हो या फिर बादाम मिल्क का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए मुफीद होते हैं. दूध के इस्तेमाल के वक्त चीनी मिलाने से बचना चाहिए. बेहतरीन नतीजे के लिए दूध में शहद या गुड़ का चूर्ण शामिल किया जा सकता है.


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