भारत डायबिटीज की राजधानी के तौर पर जाना जाता है और ऐसा होने की एक वजह है. दुनिया के छह डायबिटीज पीड़ितों में से एक भारत के हैं. आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 77-78 मिलियन डायबिटीज के रोगी हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा चीन के बाद भारत का नंबर है.


डायबिटीज की दवाइयां छोड़ने पर क्या होता है?


डायबिटीज की वजह ब्लड में शुगर लेवल का ज्यादा होना है. शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के लिए क्या प्रेरित करता है? विशेषज्ञों का कहना है कि ये जिंदगी जीने के अंदाज पर निर्भर करता है. जीवनशैली के अलावा अल्कोहल सेवन की मात्रा, उम्र और लिंग भी वजह बनता है और स्वास्थ्य की पेचीदगी उम्र बढ़ने के साथ दोगुनी हो जाती है.


इसके लक्षण और इस स्थिति को नियंत्रित करने के कई तरीके हैं. आप स्वस्थ जीवनशैली अपना सकते हैं, बहुत ज्यादा अल्कहोल सेवन से दूरी बना सकते हैं और शरीर के व्यवहार पर निगरानी रख सकते हैं. इसके अलावा, एक और तरीके से आप डायबिटीज का प्रबंध कर सकते हैं यानी दवाइयां. अलग-अलग दवाइयां डायबिटीज के प्रकार पर निर्भर करती हैं. हम जानेंगे कि क्या होता है जब डायबिटीज का मरीज दवाइयां खाना भूल जाए.


डायबिटीज से होनेवाली पेचीदिगों का मुकाबला करने के लिए दवा एक प्रमुख जरिया है. रोगी के लिए डॉक्टर की हिदायत और दवाई की खुराक का पालन करना जरूरी है. लेकिन, एक वक्त ऐसा आता है जब आप चूक सकते हैं और डोज नहीं ले पाते हैं. जब आप ऐसा करते हैं, तो आपके अंदर क्या होता है!


डायबिटीज की दवा छोड़ने पर पड़नेवाला प्रभाव फौरन नहीं जाहिर होता है. ये पीठ या घुटना दर्द की तरह नहीं है जो दवा छोड़ने से प्रेरित हो. लेकिन, लंबे समय तक डायबिटीज की दवा छोड़ने के नतीजे में आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है और कई अन्य स्वास्थ्य पेचीदगियों को निमंत्रण दे सकता है.


डायबिटीज के कई डोज से चूकना आपके शरीर का ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ा सकता है. लेकिन, ये सिर्फ उस वक्त होता है जब आप डायबिटीज की दवा भूल जाते हैं और अपने स्वस्थ जीवनशैली से समझौता नहीं करते हैं. जब आप दोनों करते हैं, तो शरीर ब्लड शुगर लेवल में अचानक बढ़ोतरी से प्रभावित हो सकता है.


डायबिटीज की दवा छोड़ने का दीर्घकालीन प्रभाव


विशेषज्ञों के मुताबिक, डायबिटीज मरीज के डोज छोड़ने से ब्लड शुगर पर प्रभाव ज्यादा स्पष्ट हो जाता है और वक्त के साथ खराब हो जाता है. डायबिटीज दवाइयों का उद्देश्य रोजाना एक ही समय लेने का होता है. ज्यादा फायदा हासिल करने के लिए जरूरी है कि इन दवाइयों का लेना न भूला जाए.


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