दूध को डेयरी और गैर डेयरी में बांटा गया है. ये बात बिल्कुल स्पष्ट है कि दूध पीने से सेहत को लाजवाब फायदा पहुंचता है. लेकिन आपके लिए दूध की कुछ किस्मों के संभावित फायदे और नुकसान के बारे में जानना मुफीद रहेगा. दूध की फेहरिस्त में सबसे पहला नंबर आता है गाय के दूध का.


फायदा ही नहीं नुकसान भी हो सकता है


गाय का दूध महत्वपूर्ण प्रोटीन, विटामिन और मिनरल का अच्छा स्रोत है. एक कप गाय का दूध इस्तेमाल करने से करीब 8 ग्राम प्रोटीन हासिल होता है. इसके अलावा, कैल्शियम और विटामिन की बड़ी मात्रा मिलती है. लेकिन, इसमें कोई शक नहीं कि गाय के दूध में लैक्टोज होता है. अगर आपको इससे इनटॉलेरेंस होता है, तो बेहतर है कोई अन्य विकल्प तलाश करें. लैक्टोज इनटॉलेरेंस पाचन संबंधी एक खराबी है. शरीर के लैक्टोज को पचा नहीं पाने से आपको गैस, ब्लोटिंग या दस्त की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.


डेयरी और गैर डेयरी हैं दूध के दो प्रकार


गैर डेयरी विकल्प में नारियल का दूध कम कैलोरी वाला होता है. अखरोट से एलर्जी होनेवाले लोगों के लिए नारियल का दूध शानदार कम कैलोरी का गैर डेयरी विकल्प है. लेकिन उसमें प्रोटीन की कमी होती है और फैट के अलावा साधारण कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा होता है. चावल का दूध कई फूड एलर्जी वालों के लिए अच्छा विकल्प है. अगर किसी को नट्स, डेयरी और सोया से एलर्जी है, तो ऐसी स्थिति में चावल का दूध बेहतरीन साबित होगा. लेकिन, उसमें बहुत कम पोषण का मान होता है.


मुख्य रूप से पानी के साथ चावल का स्टार्च होने की वजह से ये ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है. काजू के दूध में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर की कम मात्रा होती है. ये आम तौर से डेयरी मुक्त विकल्प है. ब्लड शुगर असंतुलन वाले लोगों के लिए इस प्रकार का दूध अच्छा विकल्प है. मटर के दूध में प्रोटीन गाय के दूध की मात्रा के बराबर होती है. इसकी मलाईदार बनावट दूसरे गैर डेयरी विकल्पों में कम देखने को मिलता है. ये आम तौर पर निष्पक्ष रूप से भी पोटैशियम में काफी ऊंचा होता है. कुछ ब्रांड के दूध में तो प्रति कप प्रोटीन उतना ही मिलता है जितना गाय के दूध से.


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