How To Improve Bad Attitude Of A Child: आजकल बच्चों में बांटने की आदत बिल्कुल नहीं होती. मां-बाप से अपनी जिद पूरी करवाते हैं. टीवी और मोबाइल ने भी बच्चों को जिद्दी और ज्यादा शरारती बना दिया है. ऐसे में बच्चे के व्यवहार को नोटिस करें. अगर बच्चा पहली बार कोई गलत काम करता है तो उसे जरूर टोकें. बच्चे को सही गलत बताएं. कई बार माता पिता बच्चों को शरारतों को नज़रअंदाज कर देते हैं जो बाद में हानिकारक साबित होता है.
बच्चे की ऐसी आदतों का असर उनके व्यवहार पर भी पड़ता है और उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है. अगर आपके बच्चे में भी कुछ ऐसी आदते नज़र आ रही हैं जिनके लिए उन्हें टोकना चाहिए, तो समय रहते ही उस पर ध्यान देना शुरू कर दें. आप इन बातों को नज़रअंदाज न करें.
1- बच्चे का बीच में टोकना- कुछ बच्चों को आदत होती है कि वो जब 2 लोग बात कर रहे होते हैं तो बीच में टोकते हैं. बार-बार अपनी बात बीच में बोलते हैं. अगर बच्चा ऐसा करता है तो उसे सिखाएं कि उसे 2 लोगों की बात खत्म होने के बाद ही अपनी कोई बात कहनी है. तब तक इंतजार करना है. ये आदत भविष्य में भी काम आएगी.
2- धैर्य नहीं रखना- बच्चों में धैर्य की बहुत कमी होती है. उन्हें इंतजार करना पसंद नहीं होता है. अगर आपने तुरंत जिद पूरी नहीं की तो रोने लगते हैं. बहुत जल्दी अधीर हो जाते हैं और गुस्सा करने लगते हैं. इससे आपके बच्चे के व्यवहार में आगे चलकर परेशानी हो सकती है. हमेशा बच्चों को धैर्य रखना सिखाएं. किसी चीज के लिए इंतजार करना सिखाएं. तुरंत उनकी सारी डिमांड पूरी न करें.
3- दूसरों को परेशान करना- कुछ बच्चों की आदत होती है कि वो खेलते वक्त या फिर क्लास में दूसरे बच्चों को परेशान करते हैं. अगर घर में छोटे भाई-बहन हैं तो उन्हें परेशान करते हैं. अगर आपका बच्चा ऐसा करता है तो उसे रोकना चाहिए. बच्चे को 8 साल से पहले ही ऐसे व्यवहार के लिए रोकना जरूरी है. बाद में ऐसा करने तक बच्चा दूसरों को नुकसान पहुंचा सकता है.
4- इग्नोर करना- कुछ बच्चे आपकी बातें या दूसरी की बाते बिल्कुल इग्नोर करते हैं. ऐसा व्यवहार गलत है. बच्चों को सिखाएं कि अगर कोई आपको बुलाए या आपसे कुछ कहे तो आपको उसकी बात सुननी है. बच्चे पर चिल्लाने की बजाय उसे प्यार से ये बाते समझाएं कि इग्नोर करना गलत बात होती है.
5- गलत शब्दों पर टोकना- अगर आपका बच्चा कोई गलत शब्द का इस्तेमाल करता है तो उसे पहली बार में ही तुरंत टोक दें. इससे बच्चे को लगेगा कि जो उसने किया या बोला है वो गलत है. अगर आप पहली बार में उसे नहीं टोकेंगे तो बच्चे को लगेगा कि ऐसा करना कुछ गलत नहीं है. इससे बच्चे की लैंग्वेज खराब होगी और आपको शर्मिंदा होना पड़ेगा.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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