Rules for Divorce in India : शादी हर किसी की जिंदगी का एक बहुत ही इंपॉर्टेंट पार्ट है और इसे अच्छी तरीके से चलाने की दोनों ही पूरी कोशिश करते हैं. कई बार छोटी मोटी बातों पर लड़ाई हो जाती है लेकिन उन्हें आपसी तालमेल और समझ के साथ सुलझा लेने में ही भलाई होती है. लेकिन कई बार दो लोगों के बीच अंडरस्टैंडिंग, कोआर्डिनेशन और कंपैटिबिलिटी की कमी होती है जिसके चलते चाहते हुए भी तालमेल नहीं बैठ पाता और नौबत तलाक तक पहुंच जाती है. हालांकि भारत एक ऐसा देश है जहां आज भी पति पत्नी के बीच तलाक एक बहुत बड़ा फैसला होता है. लेकिन कई बार नौबत तलाक तक पहुंच जाने के बावजूद लोगों को तलाक लेने के कारणों को लेकर लोगों को जानकारी का अभाव होता है परेशान होना पड़ता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे 5 कारण जिसके जरिये आपको आसानी से तलाक मिल सकता है.
घरेलू हिंसा
घरेलू हिंसा भारत में शादी टूटने की एक बहुत बड़ी वजह होती है. लेकिन जब घरेलु हिंसा की बात होती है तो सिर्फ पत्नियों का ध्यान आता है लेकिन यह कानून पतियों के लिए भी लागू होता है. अगर आपका पार्टनर आपके साथ हिंसा करता है तो आप डोमेस्टिक वॉइलेंस के आधार पर केस फाइल कर सकते है.
अडल्ट्री
भारत में शादी के बाद भी किसी एक की ओर से बिना मर्ज़ी के शारीरिक संबंध बनाना अवैध माना जाता हैं. अगर आपका पार्टनर भी किसी और के साथ शारीरीक संबंध बना रहा है तो आप भारतीय मैरिज एक्ट 1955 के सेक्शन 13(1)i के तहत डिवोर्स का केस फाइल कर सकते है.
धर्म परिवर्तन
अगर आपका पार्टनर आप पर शादी के बाद धर्म परिवर्तन करने के लिए जोर डालता है तो आप कोर्ट में तलाक फाइल कर सकते हैं. साथ ही आप थाने में FIR भी दर्ज करवा सकते हैं.
यौन संक्रमण
यदि आपके पार्टनर को कोई यौन संक्रमण बीमारी है और उन्होंने आपको इसकी जानकारी पहले नहीं दी हो तो आप तलाक फाइल कर सकते हैं. भारतीय कानून में इसके लिए भी प्रावधान हैं.
मौत की आशंका
अगर आपने आपके पार्टनर को बहुत लंबे से देखा नहीं है तो भारतीय कानून आपको डिवोर्स फाइल करने का ऑपशन देता है.
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