Diabetes: क्या आपको भी लगता है बार-बार प्यास और पेशाब? फिर ये टेस्ट कराना जरूरी
आज के वक्त थोड़ी सी लापरवाही करने पर लोग डायबिटीज का शिकार हो जा रहे हैं. लेकिन उसके बावजूद लोग डायबिटीज का जांच नहीं कराते हैं. ऐसे में आपको डायबिटीज का लक्षण पता होना जरूरी है.
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है. ये धीरे-धीरे शरीर के सभी अंगों को नुकसान पहुंचाता है. इतना ही नहीं डायबिटीज होने के बाद लोगों का ब्लड शुगर बढ़ जाता है, जिससे हार्ट से जुड़ी कई अन्य समस्याएं बढ़ जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज में शुरूआती लक्षण क्या होते हैं.
डायबिटीज की शुरूआत
कई बार लोगों को पता ही नहीं चलता है कि वो कब डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं. लेकिन डॉक्टर्स के मुताबिक समय से डायबिटीज पकड़ में आने के बाद मरीज की शारीरिक स्थिति ठीक बनी रहती है. डॉक्टर्स के मुताबिक किसी व्यक्ति के शरीर में फास्टिंग ब्लड शुगर 100 mg/dL से कम है और खाने के 2 घंटे के बाद पोस्ट मील शुगर लेवल 120 से 140 mg/dL के बीच है, तो यह सामान्य माना जाता है. लेकिन जब लोगों का ब्लड शुगर इस रेंज से ज्यादा होता है और अनकंट्रोल हो जाता है. उस वक्त डायबिटीज की बीमारी पैदा हो जाती है. हालांकि कई बार खाने-पीने की चीजों की वजह से फास्टिंग ब्लड शुगर कम या ज्यादा आने लगता है, ऐसी कंडीशन में डायबिटीज कंफर्म करने के लिए HbA1c टेस्ट कराना पड़ता है.
डायबिटीज के लक्षण
डॉक्टर्स के मुताबिक डायबिटीज की बीमारी होने पर लोगों को बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक प्यास लगना, ज्यादा भूख लगना, शरीर का वजन कम होना, आंखों में परेशानी, अत्यधिक थकान, त्वचा रूखी होना और हाथ-पैर सुन्न होने जैसे कई लक्षण नजर आने लगते हैं. कई बार लोगों को डायबिटीज के कारण बार-बार इंफेक्शन होने लगता है और चोट लगने पर घाव भरने में लंबा वक्त लगता है. ये सभी लक्षण नजर आने पर लोगों को HbA1c टेस्ट करवाना चाहिए. यह टेस्ट लोगों के पिछले 3 महीनों का एवरेज ब्लड शुगर बताता है, जिससे यह पता लगाया जाता है कि व्यक्ति को डायबिटीज है या नहीं.
कितना होना चाहिए शुगर
बता दें कि HbA1c टेस्ट का रिजल्ट 5.7 से कम आता है तो व्यक्ति का ब्लड शुगर सामान्य होता है. अगर HbA1C टेस्ट का रिजल्ट 5.7 से 6.4 के बीच आता है तो प्रीडायबिटीज कंफर्म मानी जाती है. प्रीडायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है. हालांकि HbA1C टेस्ट का रिजल्ट 6.5 या इससे ज्यादा आता है तो डायबिटीज कंफर्म मानी जाता है. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलकर इलाज शुरू कराना चाहिए. वहीं डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के अलावा लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहिए, नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए और हेल्दी डाइट लेना चाहिए.
डायबिटिज कई बीमारियों का घर
डायबिटिज कोई एक सामान्य बीमारी नहीं है. बल्कि ये कई बीमारियों का घर है. डायबिटीज को इग्नोर करने से आप दिल की बीमारी,गुर्दे खराब, आंखों से संबंधित, पैरों की समस्या,चर्म रोग, पेट की समस्या समेत कई अन्य बीमारियों का शिकार हो सकते हैं.
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