बच्चों की देखभाल करना माता-पिता की बड़ी जिम्मेदारी है. जब बच्चे छोटे होते हैं, तो माता-पिता उनकी देखभाल का बहुत अच्छे से ध्यान रखते हैं, उन्हें खिलाने से लेकर उनकी पोशाक बदलने और सोने में मदद करते हैं. बच्चे वही शिक्षा सीखते हैं जो आप उन्हें देते हैं. अगर आप बच्चों के सामने झगड़ा करते हैं, उन्हें गालियां देते हैं या हमेशा उन्हें डांटते रहते हैं तो कई बार बच्चे इन चीजों को आदत बना लेते हैं. कुछ ऐसी बातें हैं जिसे माता-पिता कभी भी अपने बच्चों के सामने नहीं बोलनी चाहिए. इससे बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और आपका उनके साथ रिश्ता भी खराब हो सकता है. तो आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी बातें हैं.
घर छोड़ने की बात
कभी भी अपने बच्चों को घर छोड़ने के लिए कहना नहीं चाहिए. अगर आप ऐसा कहते हैं तो इससे बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और कभी-कभी वास्तविक रूप से वे आपके क्रोध में कहे गए शब्दों को दिल पर ले लेते हैं, जिससे परिणाम हानिकारक हो सकती हैं.
तुलना न करें
कभी भी अपने बच्चों की तुलना किसी अन्य बच्चे के साथ नहीं करनी चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप अपने बच्चों की आत्म-विश्वास को कम कर देते हैं. हर बच्चा एक दूसरे से अलग होता है, उसकी सोचने की शक्ति, समझने की शक्ति, पढ़ाई करने का तरीका सब कुछ अलग होता है, इसलिए कभी-कभी तुलना करने की बजाय उन्हें सिखाएं.
ताना न मारें
आपने देखा होगा कि कई बच्चे किसी काम को तुरंत कर लेते हैं, लेकिन कुछ बच्चे वही काम धीरे-धीरे करते हैं. इस स्थिति में अपने बच्चे को कभी भी यह मत कहें कि वह बहुत धीरे हैं या इसके बारे में उसपर ताना न मारें. हर बच्चे की क्षमताएं और काम करने का तरीका पूरी तरह विभिन्न होते हैं.
तुम हमारे बच्चे नहीं होते
कई बार माता-पिता अपने बच्चों पर इतने गुस्से होते हैं कि वे खुद भूल जाते हैं कि जिन्हें वे डांट रहे हैं, वह उनके ही बच्चे हैं. इस तरह की स्थितियों में कई माता-पिता अपने बच्चों को वहां तक ले जाते हैं कि उनसे ऐसी बातें कह देते हैं, जो बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं. इनमें से एक है कि काश तुम हमारे बच्चे नहीं होते या भगवान ने हमें तुम जैसा बच्चा क्यों दिया,लेकिन यह ध्यान रखें कि इसे बच्चे से कभी भी गलती से न कहें.