(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्या आप अपना परिवार बढ़ाना चाहते हैं? गर्भ धारण की संभावना बढ़ाने के लिए ये फूड हो सकते हैं मददगार
विज्ञान ने साबित किया है कि आपके आहार का प्रभाव आपकी प्रजनन क्षमता लेवल पर भी पर पड़ता है. इसलिए जब आप परिवार बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो डाइट पर विशेष जोर होना चाहिए.
क्या आप बच्चे का सपना संजो रहे हैं? जब आप बच्चे के बारे में मंसूबाबंदी कर रहे हैं, तो बहुत सारे बदलाव करने पड़ते हैं. स्वाभाविक है, हर माता-पिता बच्चे की किलकारी से पूर्ण होना चाहते हैं. गर्भ धारण की संभावना को बढ़ाने के लिए आप कुछ खास भी कर सकते हैं.
डाइट के प्रति सचेत रहें विज्ञान ने साबित किया है कि आपके आहार का प्रभाव आपकी प्रजनन क्षमता लेवल पर भी पर पड़ता है. इसलिए जब आप परिवार बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो डाइट पर विशेष जोर होना चाहिए. आम तौर से पुरुष और महिला अधिक प्रोटीन, कम फैट और कार्बोहाइड्रेट डाइट के इस्तेमाल से फायदा उठाते हैं. मगर आपके लिए ये जानना फायदेमंद होगा कि अधिक प्रजनन क्षमता बढ़ानेवाले फूड आपको क्यों ज्यादा सेवन करना चाहिए.
पौधे आधारित प्रोटीन पौधे आधारित फूड से प्राप्त प्रोटीन प्रजनन क्षमता और एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ा सकता है. बीन्स की अच्छी मात्रा, दालें और टोफू प्राकृतिक प्रोटीन के शानदार स्रोत होते हैं. इसलिए अपनी डाइट में उसे जरूर शामिल करें.
सूरजमुखी के बीज शोधकर्ताओं का कहना है कि सूरजमुखी के बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. ये शुक्राणों की मात्रा और गतिशीलता को बढ़ाने में शानदार माने जाते हैं. बीज के इस्तेमाल को कई तरह से सुनिश्चित करें. उसका सेवन या तो सलाद और शेक के साथ या खुद से किया जा सकता है.
दालचीनी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) और हार्मोनल समस्याओं से अधिकतर महिलाओं को जूझना पड़ता है. दालचीनी की थोड़ी मात्रा भी अंतर को जाहिर कर सकता है. ये पीरियड्स को सामान्य करता और ओवुलेशन को बढ़ाता है. ओवुलेशन मासिक चक्र का एक हिस्सा है. ओवरी में अंडे के रिलीज होने पर वह शुक्राणु से फर्टिलाइज हो भी सकता है और नहीं भी. अगर अंडा ओवरी से गर्भाशय में आकर दाखिल हो जाता है तो प्रेग्नेंसी शुरू होती है. शुगर के विकल्प के तौर पर आप दालचीनी को रख सकते हैं.
फैट से भरपूर डेयरी डेयरी के स्रोत जैसे क्रीम, योगहार्ट, छाना, मक्खन में भरपूर सैचुरेटेड फैट पाया जाता है. इसका संबंध मजबूत प्रजनन क्षमता से जुड़ा है. रोजाना की डाइट में किसी ना किसी रूप में डेयरी प्रोडक्ट के किसी एक को भी शामिल कर सकते हैं.
मल्टीविटामिन को शामिल करें शरीर को होनेवाली मिनरल या विटामिन की कमी को नजरअंदाज न करें. एक पौष्टिक आहार से सभी अंगों की देखभाल हो सकती मगर कुछ लोगों को अतिरिक्त सप्लीमेंट्स की जरूरत पड़ सकती है, मिसाल के तौर पर फोलेट और विटामिन बी12 के साथ. ज्यादा मार्गदर्शन के लिए अपने किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह लें.
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