बच्चों के जन्म के बाद मां की नींद ज्यादा प्रभावित होती है या पिता की? आम तौर पर यही समझा जाता है कि मां की नींद ज्यादा प्रभावित होती है. लेकिन शोधकर्ताओं ने अलग दृष्टिकोण से रिसर्च कर नतीजा निकाला है. कई बच्चों की मां ने एक बच्चे की मां के मुकाबले ज्यादा खराब नींद की शिकायत की, लेकिन एक परिवार में बच्चों की संख्या से पिता की नींद की गुणवत्ता पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा. ये खुलासा कनाडा में मैकगिल विश्वविद्यालय के रिसर्च से हुआ है. शोधकर्ताओं ने रिसर्च के दौरान 111 जोड़ों को शामिल किया. जोड़ों में 3 ऐसी मां भी शामिल थीं जो अकेले बच्चों की देखभाल कर रही थीं.
बच्चों के जन्म से मां की नींद ज्यादा प्रभावित होती है या पिता की?
जर्नल ऑफ स्लीप रिसर्च में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, एक से ज्यादा बच्चों के जन्म के बाद मां की नींद की गुणवत्ता ज्यादा प्रभावित हुई, लेकिन बच्चों की तादाद पिता की नींद की गुणवत्ता को ज्यादा प्रभावित नहीं कर सकी. शोधकर्ताओं ने रिसर्च में शामिल जोड़ों की नींद की आदत का मूल्यांकन दो हफ्तों तक किया. ऐसी महिलाएं जिनको एक बच्चा था, उन्होंने कम खराब और बेहतर नींद की गुणवत्ता को बताया, जबकि एक से ज्यादा बच्चों की मां का कहना था कि उनकी नींद की गुणवत्ता ज्यादा प्रभावित हुई.
बच्चों की मां की नींद एक बच्चे की मां के मुकाबले ज्यादा खराब
शोधकर्ताओं का कहना था कि पहली बार मां बननेवाली महिलाओं के मुकाबले ज्यादा बच्चों की मां ने नींद की खराबी की शिकायत की. उन्होंने बताया कि वैवाहिक संबंध में तनाव उस वक्त सतह पर आ सकते हैं जब बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारी सिर्फ मां पर छोड़ दी जाए और पति-पत्नी हल मिलकर न करें. अगले कदम के तौर पर, शोधकर्ताओं का मकसद पिता और माता के बीच अंतर को उजागर करना है और ये निर्धारित करना है कि आखिर एक से ज्यादा बच्चों की मां की नींद एक बच्चे की मां के मुकाबले ज्यादा क्यों खराब होती है.
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