कई बार ऐसा होता है कि पति ऑफिस से आते-आते काफी ज्यादा थक जाता है और अपने घर में ज्यादा ध्यान नहीं दे पाता न ही बात कर पाता है. ऐसा में पति-पत्नी के रिश्ते में थोड़ी-थोड़ी अनबन होने लगती है. एक ऐसा भी समय आ जाता है कि पत्नी कुछ बोलती रहती है लेकिन पति नहीं सुनता है. तो आज हम आपको ऐसा तरीका बताएंगे जिससे पति आपकी बाते सुनने लगेगा.


एक समय और स्थान चुनें जहाँ आप दोनों शांति से बातचीत कर सकें. काम के दौरान अपने पति के साथ अपनी गंभीर और संवेदनशील भावनाएं शेयर करने से बचें. ऐसा भी हो सकता है कि आपका पति आपकी बातें सुनने में रुचि नहीं लेता है क्योंकि आप भी ध्यान से उसकी बातें नहीं सुनती हैं. इस स्थिति में, जब भी आप बातचीत करें, ध्यानपूर्वक सुनें उसकी हर बात को, आँखों में संपर्क बनाए रखें, सहमति के रूप में सिर हिलाकर उचित प्रतिक्रिया दें.


विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें


जो कुछ आप कहना चाहते हैं, उसे सीधे और स्पष्ट रूप से बोलें. अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें. अपने भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने के लिए "मैं" का उपयोग करें, जिससे आप किसी भी बात को आसानी से बता सकती हैं.


गुस्से में बात न करें


समझ और सहानुभूति को बढ़ावा देने वाले एक वातावरण बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्हें यह महसूस कराएं कि आप उनके दृष्टिकोण को समझते हैं. इस प्रकार की स्थिति में, जब भी वह देखेंगे कि आप उनकी बातों की परवाह कर रहे हैं, वह भी आपके शब्दों को गंभीरता से लेंगे. एक साथ बैठकर खाना खाए और अपने परिवार वालों से बातें करें.कभी-कभी छोटी बातें बहुत बड़ी हो जाती हैं. इस प्रकार की स्थिति में, विशेष ध्यान दें कि आप गुस्से में बात न करें. इससे आपके पति को और ज्यादा गुस्सा आ सकता है. फिर उनसे बातचीत करना आपके लिए कठिन हो सकता है.


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