कोरोना वायरस से बचाव का एक उपाय बार-बार हाथ धोना बताया जाता है. जाहिर बात है जहां पानी आसानी से मिल जाता है वहां कोई दिक्कत नहीं है मगर उन जगहों पर जहां पानी की किल्लत है, तब क्या किया जाना चाहिए ?  कैसे छोटी-छोटी बातों पर तवज्जो देकर हम पानी बचा सकते हैं ?


कोरोना के समय पानी की अहमियत पर सोचिए


बहुत सारी जगहों में लोगों को पीने का साफ पानी भी उपलब्ध नहीं है. पानी की किल्लत के कारण उन्हें काफी मशक्कतों का सामना करना पड़ता है. पानी के अभाव में बुनियादी जरूरतों का पूरा होना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसी परिस्थिति में पानी बचाने के लिए चंद छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर पानी को बचाया जा सकता है. उन चंद उपायों में से हैं पानी के कंटेनर से बहाव की रफ्तार को कम करना. लोग अक्सर बिना सोचे समझे कंटेनर से पानी बहने देते हैं. इसलिए कंटेनर से बहाव की रफ्तार पर रोक का पहले ही विचार कर लेना चाहिए. इसके अलावा पानी की उपलब्धता होने पर उसे सुरक्षित कर लेना चाहिए. जिससे पानी के जखीरे को जरूरत के वक्त इस्तेमाल करने में आसानी हो.


छोटी-छोटी बातों पर अमल कर बचा सकते हैं पानी


बारिश के पानी को फसलों की सिंचाई के अलावा स्टॉक कर भी उसे बचाया जा सकता है. साथ ही पानी के हवाले से इस्तेमाल करने की प्राथमिकता को तय करना चाहिए. हमें दाढ़ी बनाते समय, ब्रश करते समय और जरूरत के वक्त ही नल खोलने पर पहल करनी चाहिए. गाड़ी धोते समय पाइप का इस्तेमाल ना करें बल्कि बाल्टी और मग से धोएं. नहाते समय शॉवर के इस्तेमाल से भी पानी की बर्बादी होती है. ये चंद उपाय हैं जिनको अपनाकर पानी की समस्या पर किसी हद तक काबू पाया जा सकता है.


महाराष्ट्र के मंत्री जितेन्द्र आव्हाड ने खुद को किया क्वोरंटाइन, लेकिन टेस्ट के बाद रिपोर्ट आई निगेटिव


कोरोना: आठ इलाकों को किया गया रेड जोन घोषित, श्रीनगर में 3000 बेड के क्वॉरंटाइन सेंटर बना