Easy tips to feed your child: पेरेंटिंग के दौरान आने वाली कई समस्याओं में एक बड़ी समस्या है बच्चे का खाना खाने में आनाकानी करना. पेरेंट्स इस बात को समझ ही नहीं पाते कि आखिर दिनभर उछलकूद करने वाले बच्चे को भूख क्यों नहीं लगती है! ऐसी क्या वजह कि कुछ बच्चे ही खाना खाने में नखरे करते हैं (Fussy eater child) जबकि कुछ बच्चे कम उम्र में ही ठोस आहार (Solid Food) खुशी से खाना शुरू कर देते हैं? ऐसे कई जरूरी प्रश्नों के उत्तर आपको यहां मिलेंगे...


खाना खाने में क्यों आनाकानी करते हैं बच्चे?



  • छोटे बच्चे जिनकी उम्र 5 से 7 साल के बीच होती है, ऐसे बच्चे खाना खाने में सबसे अधिक नखरे करते हैं. इसकी बड़ी वजह होती है बच्चों में भोजन, स्वाद, सेमी सॉलिड फूड और पैरंट्स का इटिंग हेबिट्स अपनाने का प्रेशर. 

  • जब 6 महीने की उम्र के बाद से बच्चे को सेमी सॉलिड फूड देना शुरू करें तो तभी से धीरे-धीरे उसकी ईटिंग हेबिट्स को विकसित करने पर ध्यान दें. यदि कम उम्र से बच्चों में भोजन को लेकर सही आदत का विकास नहीं किया जाता है तो बच्चा बड़ा होने पर खाना खाने में परेशान करने लगता है.

  • प्राकृतिक रूप से ज्यादातर बच्चों को मीठा स्वाद पसंद होता है. ऐसे में बच्चे सब्जी और दाल ना खाकर कुछ भी मीठा खाना अधिक पसंद करते हैं. यह समस्या भी बच्चों को हेल्दी फूड की तरफ आकर्षित नहीं होने देती है.


बच्चे में कैसे विकसित करें सही ईटिंग हेबिट्स?



  • बच्चे को जब भूख लगे तब उसे खाने के लिए चीजें दे लेकिन पेट भरकर ना खिलाएं. ताकि जिस समय पूरा परिवार भोजन करता है, उस समय तक बच्चे को फिर से भूख लग जाए और वो आपके साथ बैठकर खाना खाए.

  • 6 महीने की उम्र से बच्चे को सेमी सॉलिड फूड, जैसे दलिया, खिचड़ी, दाल, हलवा इत्यादि देना शुरू करें और एक साल की उम्र के बाद उसे सॉलिड फूड डेली डायट में दें.

  • बच्चे को खाना खिलाने के लिए डांटने या डराने की बजाय कुछ क्रिऐटिव तरीके अपनाएं. जैसे, बच्चे के साथ खेलते हुए उन्हें खाना खिलाएं. 

  • खाना खिलाते समय बच्चे को कहानी, कविता या कोई गाना सुनाएं. इस तरह की अलग-अलग स्किल्स आपको भी डिवेलप करनी होंगी. आखिर पेरेंटिंग कोई आसान काम नहीं है!

  • बच्चों को फास्ट फूड से दूर रखें. छोटे बच्चों को इनसे दूर रखना मुश्किल नहीं है और बड़े बच्चों के लिए फास्ट फूड खाने का सप्ताह में कोई एक दिन निर्धारित कर दें. साथ में उनके सामने शर्त रखें कि हेल्दी खाना खाओगे तभी तुम्हें उस दिन पिज्जा या बर्गर खाने को मिलेगा.

  • बड़े होते बच्चों को फास्ट फूड से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताएं. ज्यादातर बच्चे 5 साल की उम्र तक आते-आते ही सही और गलत के अंतर को समझने लगते हैं. आप बस उन्हें प्यार से और सही कारणों के साथ समझाने का प्रयास करें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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