Benefits Of Eating Dinner Before 7: कहा जाता है कि अगर आपको लंबे समय तक स्वस्थ रहना है तो जीवन में कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए. मनुष्य हो या फिर जीव जंतु हर किसी की जिंदगी के कुछ नियम होते हैं. यहां तक कि पूरी प्रकृति का अपना एक नियम है. सुबह से शाम होती है, रात से बाद दिन निकलता है, मौसम बदलते हैं, हवा और भोजन में भी बदलाव होता है. ऐसे ही कहा जाता है कि इंसान को अपने खाने-पीने से जुड़े कुछ नियम जरूर बनाने चाहिए. इससे मनुष्य का शरीर लंबे समय तक स्वस्थ और निरोगी बना रहता है.


कहा जाता है कि सूर्यास्त से पहले हमें भोजन कर लेना चाहिए. जैन धर्म में ये परंपरा है कि वो लोग सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करते हैं. यानि आपको रात्रि में भोजन करने से बचना चाहिए. इसके पीछे कई कारण हैं आइये जानते हैं ऐसा क्यों कहा जाता है?


सूर्यास्त के बाद खाना क्यों नहीं खाना चाहिए?



  • इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण भी हैं. कहते हैं कि रात में सूक्ष्म जीव बड़ी मात्रा में फैल जाते हैं. ऐसे में सूर्यास्त के बाद खाना बनाने और खाने से ये सूक्ष्म जीव खाने में चले जाते हैं और हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं.

  • जैन धर्म में इन जीवों का पेट में चले जाना हिंसा माना जाता है इसीलिए जैन धर्म में रात के भोजन को निषेध माना गया है.

  • इसके पीछे कई और कारण भी हैं जिनमें से एक कारण ये है कि सूर्यास्त के बाद हमारी पाचन शक्ति धीमी हो जाती है. ऐसी स्थिति में खाना देरी से पचता है. इसलिए जल्दी भोजन करने की सलाह दी जाती है. 

  • धार्मिक मान्यता ये भी है कि हमारा पाचन तंत्र कमल के समान होता है. जो सूर्य उदय के साथ खिलता है और सूर्य अस्त के साथ बंद हो जाता है. इसलिए सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए. 

  • अगर आप रात में देरी से खाना खाते हैं तो ये शरीर को नहीं मिल पाता है. और इससे शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती है. यह भोजन नष्ट हो जाता है. इसलिए कहा जाता है रात को भोजन नहीं करना चाहिए.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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