Fake vs Real: बैग से लेकर कपड़ों तक, ब्रांडेड और नकली के बीच ऐसे पहचानें अंतर
मार्केट में कई तरह के प्रोडक्ट्स उपलब्ध है, वह भी ऐसी बनावट और प्राइस के साथ, जिनसे असली और नकली के बीच अंतर पहचान पाना काफी मुश्किल है. इसी के लिए कुछ टिप्स यहां दिए गए हैं.
आजकल हर कोई खुद को कूल और फैशनेबल दिखाने के लिए ब्रांडेड कपड़े और बैग्स लेना पसंद करता है. लेकिन इनकी आसमान छूती कीमतों के चलते हर कोई इन्हें अफोर्ड नहीं कर पाता. इसी को ध्यान में रखते हुए मार्केट में अब बड़े और महंगे ब्रांड्स की कॉपियां मिलने लगी हैं. कुछ लोग इन्हें स्वेच्छा से खरीदना पसंद करते हैं, तो वहीं कुछ लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं और मोटी रकम देने के बावजूद फर्स्ट कॉपी लेकर चले आते हैं. चाहे लुई वुइटन के बैग हों या फिर गुची और प्राडा जैसी इंटरनेशनल ब्रांड्स के कपड़े. इनके अलावा परफ्यूम्स में भी यही धांधली देखने को मिल रही है. आइये जानते हैं कि इतने महंगे ब्रांड्स और मार्केट में मौजूद इनकी कॉपियों के बीच अंतर कैसे पहचानें.
ब्रांडेड और नकली प्रोडक्ट्स में ऐसे पहचानें अंतर
1. सिलाई- जब कोई प्रोडक्ट प्रामाणिक होता है, तो नकली की तुलना में उनकी सिलाई अधिक साफ दिखाई देगी. ब्रांडेड प्रोडक्ट्स पर सिलाई सीधी होगी और प्रति वर्ग इंच अधिक टांके होंगे. जबकि नकली वस्तुओं की सिलाई कम होगी (अधिक सामग्री = अधिक लागत) और सिलाई की रेखाएँ उतनी सीधी नहीं होंगी.
2. चेन- डिज़ाइनर बैग और जैकेट पर ज़िपर कुछ खास तरीके के दिए गए होते हैं. वहीं नकली वस्तुओं के फास्टनिंग्स चमकदार, हल्के होते हैं और अत्यधिक इस्तेमाल के बाद अक्सर चिपक जाते हैं या छिल जाते हैं. जबकि सर्टिफाइड और ब्रांडेड प्रोडक्ट के ज़िपर और पुल पर मैट फ़िनिश दिया होता है.
3. लोगो- किसी भी नकली वस्तु को पहचानने का सबसे आसान तरीका है उसके लोगो डिज़ाइन को देखना. डिज़ाइनर ब्रांड्स पर लोगो एकदम सही दिखता है; कंपनी के नाम या लोगो आइकन से कोई डीटेलिंग गायब नहीं होनी चाहिए. नकली प्रोडक्ट्स पर लोगो होता. इसके बजाय वे उत्पाद के रंग और आकार के आधार पर उपभोक्ताओं को बरगलाने की कोशिश करेंगे. कई हाई-एंड ब्रांडों में या तो मेटल का या फिर चमड़े का लोगो होगा, जबकि नकली प्रोडक्ट पर केवल लोगो की मुहर लगी रहती है.
4. चमड़ा- किसी नकली वस्तु का पता लगाने का सबसे आसान तरीका यह निर्धारित करना है कि यह असली चमड़े से बना है या नहीं. चाहे वह बैग हो या फिर जैकेट. प्रोडक्ट की सतह पर अपना हाथ चलाएं और ध्यान से देखें कि उसकी बनावट कैसी है. अगर वस्तु की सतह चिकनी और समान लगती है, तो संभावना है कि उत्पाद नकली है. असली चमड़े की बनावट थोड़ी असमान होगी. इसके अलावा अगर वस्तु नई है तो असली चमड़े की गंध भी होगी.
5. पैकेजिंग- क्या आपने कभी कोई ब्रांडेड सामान खरीदा है? चाहे कपड़े हों, या जूते या फिर बैग या अन्य कोई प्रोडक्ट ब्रांडेड सामानों में एक चीज कॉमन रहती है वह है उनकी हाई क्वालिटी पैकेजिंग. ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की पैकेजिंग काफी मजबूत और कई लेयर्स में की जाती है. यह अंदर से भी पूरी तरह से फिट होते हैं. यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रोडक्ट सही और सुरक्षित है, कंपनियाँ अपनी पैकेजिंग पर लाखों खर्च करती हैं.