How Lipstick Is Made:लिपस्टिक मेकअप का एक बहुत ही अहम हिस्सा है, जो महिलाओं के होठों की खूबसूरती और आकर्षण को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. कहीं बाहर जाना है तो महिलाएं लिपस्टिक लगाना कभी भी नहीं भूलती. ऑफिस पार्टी हो या फिर कोई मीटिंग हो खुद को स्मार्ट रिप्रेजेंट करने के लिए महिलाएं कभी भी लिपस्टिक को स्किप नहीं करतीं. लिपस्टिक एक ऐसा प्रोडक्ट है जो अगर आप अप्लाई कर लें तो आपको ज्यादा मेकअप की जरूरत नहीं पड़ती.  न्यूड शेड की कोई लिपस्टिक ही लगा ले तो चेहरा चांद जैसा खिल उठता है और फिर कोई भी मेकअप प्रोडक्ट की जरूरत नहीं पड़ती. कई लोगों का तो मेकअप लिपस्टिक के बिना पूरा हो ही नहीं सकता. अब यह लिपस्टिक जब इतनी जरूरी है तो आप को यह भी जरूर जाना चाहिए कि इतनी इंपॉर्टेंट चीज आखिर बनती कैसे है, इसमें किन चीजों का इस्तेमाल होता की आपका चेहरा नूर से भर जाता है.आइए जानते हैं इसके बार में


लिपस्टिक में इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल


लिपस्टिक बनाने के लिए कई चीज़ों को शामिल किया जाता है.इनमें मोम, वसा, तेल, एमोलिएंट्स और पिगमेंट शामिल हैं.इसके अलावा कार्नाबा मोम और पैराफिन को इससके क्वालिटी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.लिपस्टिक की लॉन्ग लाइफ के लिए इसमें प्रेजरेवेटिव्स , एल्कोहॉल को मिलाया जाता है.इसके अलावा इसका कलर फेड ना हो इसके लिए इसमें एंटिऑक्सीडेंट रसायन मिलाया जाता है. आपको बता दें कि उपयोग किए जाने वाले मोम में आमतौर पर तीन प्रकार के कुछ संयोजन शामिल होते हैं- बीसवैक्स, कैंडेलिला वैक्स, और सबसे महंगे वैक्स में शुमार कैमौबा का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा लिपस्टिक को चमकदार बनाने या होठों को नम करने के लिए अन्य इंग्रीडिएंट्स मिलाए जाते हैं


मैट फिनिश वाली लिपस्टिक में सिलिका जैसे अधिक फिलर होते हैं और बहुत कम मात्रा में इमोलिएंट होते हैं.क्रीम लिपस्टिक में तेल की तुलना में अधिक मोम पाया जाता है.और लंबे वक्त तक चलने वाली लिपस्टिक में अधिक तेल होता है.इसके अलावा इसमें सिलिकॉन तेल भी शामिल होता है जो होठों पर रंगों को सील कर देता है.




ये है लिपस्टिक तैयार करने का प्रोसेस



  • सबसे पहले पिगमेंट्स की मिक्सिंग की जाती है, पिगमेंट्स एक तरह के कलहर होते हैं उन्हें मिक्स करके कऊ तरह के कलर और शेड्स बनाए जाते हैं, इसलिए जरूरत के हिसाब से पहले पिगमेंट्स का चयन कर उन्हें मिक्स किया जाता है.

  • पिगमेंट्स की मिक्सिंग तेल के सहारे होती है और तेल के साथ पिगमेंट का मिक्स 2 रेशियो 1 में होता

  • इसके बाद वैक्स मिलाने की बारी आती है. ये काम स्टीम जैकेट्ड केटल के जरिए होता है.इससे लिप्सटि में एक तरह से चिकनाहट एड होती है.साथ ही इसमें अन्य सामान भी मिक्स किए जाते हैं

  • इसके बाद मॉल्डिंग की प्रकिया होती है. मॉल्डिंग स्पेसिफिक टंप्रेचर में की जाती है और इसे तेजी से ठंडा किया जाता है.साथ ही इस प्रोसेस में ये भी देखा जाता है कि कहीं इस मिक्सचर में एयर तो नहीं रह गई.अगर ऐसा होता है तो उस एयर को मशीनों के जरिए हटाया जाता है.

  • इसे अब ठंडा कर के सांचों से निकाला जाता है  और लिपस्टिक की स्टिक बनाइ जाती है. साथ ही इसमें चारों तरफ से गर्म हवा का प्रेशर दिया जाता है और अगर किनारे पर कुछ जमा हो जाता है तो उसे हटाकर फिर से चमक दी जाती है.


 


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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.