शादियों का सीजन चल रहा है और हर बार की तरह इस बार भी होने वाली दुल्हनें लेटेस्ट ट्रेंड्स को फॉलो करने में पीछे नहीं है. आम लड़कियों से लेकर सेलेब्स और हाई प्रोफाइल ब्राइड्स तक हर कोई खुद को लेटेस्ट फैशन ट्रेंड के मुताबिक ही देखना चाहता है. ऐसे में लंबे घूंघट का चलन काफी देखने को मिल रहा है, जिसे हाल के दिनों में बनी दुल्हनों द्वारा खूब पसंद किया गया. हालांकि, वह दुल्हन ही क्या जिसने घूंघट न लिया हो. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसमें एक अद्भुत फील है, जो एक भारतीय दुल्हन को कम्पलीट करती है. इसके अलावा घूंघट के पीछे कुछ मान्यताएं भी हैं. ऐसा माना जाता है कि दुल्हन को बुरी नजर से बचाने के लिए घूंघट करवाया जाता है.
ब्राइडल ट्रेंड्स
हालाँकि, आज की मॉडर्न ब्राइड्स घूंघट को केवल एक परंपरा के रूप में नहीं बल्कि एक फैशन स्टेटमेंट के रूप में देखती हैं. चाहे लहंगा हो या साड़ी, देसी दुल्हनें अपने दुपट्टों को सबसे खूबसूरत घूंघट में बदल रही हैं. आइये एक नजर डालते हैं लेटेस्ट ब्राइडल ट्रेंड पर.
हाल ही में, राधिका मर्चेंट को कस्टम-निर्मित तरुण ताहिलियानी द्वारा डिजाइन किया गए आउटफिट में देखा गया, जब वे वॉक करते हुए अनंत अंबानी के पास पहुंचीं. जबकि यह एक प्री-ड्रेप्ड लहंगा साड़ी थी. इस पर इतनी क्रिएटिविटी के साथ बारीक और सुंदर काम किया गया था कि इसपर से नज़र हटा पाना मुश्किल था. लेकिन इस आउटफिट कैच पॉइंट साथ में लिया गया घूंघट था. ताहिलियानी और उनकी टीम ने हाथ से बुना हुआ टिश्यू घूंघट तैयार किया, जो एक नाजुक क्रिएटिविटी है. इसपर काफी नाजुक और हल्का काम किया गया था, इसके बावजूद दुपट्टे को तैयार करने में अनगिनत घंटे लगे क्योंकि यह पूरी तरह से हाथ की कढ़ाई थी.
हालांकि, राधिका मर्चेंट पहली दुल्हन नहीं हैं जिन्होंने घूंघट के चलन के बारे में सोचा और उसे फॉलो किया. हाल ही में दुल्हन बनीं एक्ट्रेस सुरभि चंदा ने भी इसी लुक को फॉलो किया. हालांकि, उन्होंने अपने डिजाइनर के रूप में जिगर और निकिता द्वारा बिंदानी को चुना, कार्नेशन गुलाबी हाइलाइट्स के साथ उन्होंने फ़िरोज़ा लहंगा चुना, जो रेगुलर ब्राइड्स से बिल्कुल अलग है. उनके पूरे लुक का भी मुख्य आकर्षण, निश्चित रूप से घूंघट था, जो ओवरऑल लुक के साथ पूरी तरह से मेल खा रहा था.
हालांकि, यह ट्रेंड कोी नया नहीं है. साल 2018 में, प्रियंका चोपड़ा ने भी अपने लहंगे के साथ लंबे घूंघट वाले ट्रेंड को फॉलो किया था.