मीरा कपूर अपने स्किन केयर रूटीन अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करती रहती हैं. मीरा कपूर ने साफ कहा कि नारियल तेल का इस्तेमाल करने से उनकी त्वचा पर दाग-धब्बे हो गए. नारियल के तेल में लॉरिक एसिड होता है. जिसमें जीवाणुरोधी गुण होते हैं और यह मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है.


हालांकि, फैटी एसिड की उच्च सांद्रता अभी भी छिद्रों को बंद कर सकती है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक डॉ जतिन मित्तल, सह-संस्थापक, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा विशेषज्ञ अभिवृत एस्थेटिक्स नई दिल्ली ने कहा. नारियल का तेल कॉमेडोजेनिक है. जिसका अर्थ है कि यह छिद्रों को बंद करके मुंहासों को बढ़ा सकता है . और तैलीय त्वचा वाले लोगों को इससे बचना चाहिए.


नारियल का तेल कॉमेडोजेनिक


डॉ. चौसे के अनुसार, नारियल का तेल कॉमेडोजेनिक है, जिसका अर्थ है कि यह रोमछिद्रों को बंद करके मुंहासों को बढ़ा सकता है और तैलीय त्वचा वाले लोगों को इसका उपयोग करने से बचना चाहिए. मुंहासे कैसे बढ़ते हैं? यह बताते हुए डॉ. चौसे ने कहा कि यह एक आम त्वचा समस्या है. फिर भी यह चिंता का विषय हो सकती है.


मुंहासे तब होते हैं जब बालों के रोम अतिरिक्त तेल (सीबम), बैक्टीरिया और मृत त्वचा कोशिकाओं के कारण बंद होने लगते हैं. बार-बार होने वाले हार्मोनल परिवर्तन जैसे कुछ कारक आपकी त्वचा को अधिक सीबम का उत्पादन करने का कारण बन सकते हैं. जिससे यह तैलीय और चिकना दिखाई देता है, साथ ही नमी बढ़ जाती है, और संक्रमित या बिना धुले हाथों से अपने चेहरे को जोर से रगड़ना और छूना.हालांकि, सूखी या सामान्य त्वचा वाले लोग नारियल के तेल को बेहतर तरीके से सहन कर सकते हैं, क्योंकि यह अत्यधिक मॉइस्चराइज़र होता है


नारियल तेल का इस्तेमाल किसे नहीं करना चाहिए?


ऑयली और सेंसिटीव स्किन वाले लोगों को  चेहरे पर नारियल तेल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. क्योंकि इससे सूजन, लालिमा और कभी-कभी एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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