Summer Skin Care: जहां एक तरफ फरवरी का महीना हमें अलविदा कह रहा है, वहीं गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. गर्मियों के आने के साथ ही आपको अपनी बॉडी का खास ध्यान रखना होगा. गर्मी के मौसम में ऐकने, सनबर्न, स्कीन बर्न की वजह से स्कीन को काफी नुकसान पंहुचाता है. जिस तरह हम हर मौसम के हिसाब से कपड़े बदलते हैं, ठीक उसी तरह हमें स्कीन केयर प्रोडक्ट्स को भी बदलते रहना चाहिए. तो जानते हैं गर्मी के मौसम में किस तरह स्कीन को नुकसान होता है और किस तरह इसका खास ख्याल रखा जाना चाहिए.
सूरज की किरणों से पड़ता है प्रभाव
जॅान हेपकिंस मेडीसिन की रिपोर्ट के अनुसार, UVB Rays से कैंसर का खतरा बना रहता है, जबकि UVA Rays से झुर्री, रिकंल्स होने का खतरा रहता है. यूवीए और यूवीबी किरणें आंखों पर खतरनाक असर डालती है और कैंसर जैसी बीमारियों को बढ़ावा देती हैं. हालांकि, कुछ सूरज की किरणें हमारी स्किन के लिए फायदेमंद भी होती हैं, लेकिन फिर भी हमेशा स्कीन को सूरज में ओवर एक्सपोज होने से बचाना चाहिए. इसलिए जब भी तेज धूप में बाहर जाएं तो पहले सन स्क्रीन जरूर लगा लें.
पसीने का रखें ध्यान
गर्मियां आते ही पसीना आना बहुत ही आम बात है. मगर, जब पसीना बैक्टेरिया के साथ मिल जाता है तो ये आपके स्कीन को बहुत नुकसान पंहुचा सकता है, जैसे एक्ने पोर्स स्कीन, ब्रेकआउट और क्लाजिंग पोर्स. डर्मेटोलॉजिस्ट का कहना है एक्ने और स्कीन ब्रेकआउट से बचने के लिए हमेशा स्कीन को साफ तौलिए से पोंछना चाहिए और दिन मे कम से कम दो बार फेस वॉश करना चाहिए, जिससे स्कीन प्रॉब्लम से बचा जा सके.
ऑयली स्कीन का खास ख्याल रखें
बढ़ते तापमान के साथ, मौसम में ह्यूमिडिटी और रुखापन आ जाता है, जिसकी वजह से हमारी स्कीन में सिबेसियस ग्लेंड को ज्यादा सीबम पैदा करने में मदद मिलती है, जिससे नमी बनी रहे और ऑयल प्रोडक्शन ज्यादा होता रहे. इसका ये ही कारण है कि हमारी स्कीन पूरी गर्मी ऑयली रहती है ऑयली स्कीन से बचने के लिए हमेशा लाइट सिरम और मॉस्चराइ़जर का इस्तेमाल करना चाहिए.
एलर्जी ना होने दें
गर्मियों का सीजन स्कीन के लिए काफी सख्त होता है. लगातार धूप में रहने की वजह से एलर्जी और खुजली होना आम बात है. अब इससे बचने के लिए चेहरे को बार-बार छूने से बचना चाहिए और जितना हो सके उतना लाइट मॉस्चराइजर लगाना चाहिए. ज्यादा स्कीन एलर्जी है तो जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
टैनिंग से ऐसे बचें
टैनिंग होने की सबसे बड़ी वजह है UV Radiation. ये किरणें स्किन की सबसे गहरी लेयर एपीडरमिस के अंदर घुस जाती है और मेलानिसाइट को ट्रिगर करती हैं, यही वजह है जिससे स्किन काली पड़ जाती है और उसे ही टैनिंग कहते हैं. टैन से बचने का सबसे बेहतर तरीका सन स्क्रीन है और इसके कई तरह के प्रोडक्ट बाजार में उपलब्ध हैं.