Anti Ageing: बढ़ती उम्र पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है यह प्रकृति का नियम है कि हम जैसे जैसे उम्र दराज होंगे वैसे वैसे हमारे अंग, त्वचा इस बात की गवाही देंगे.एजिंग को कोई रोक नहीं सकता ,हालांकि पता चला है कि प्रकृति के करीब रहकर एजिंग के प्रोसेस में देरी करना काफी संभव है. हम कुछ अपनी आदतों में बदलाव करेंगे तो एजिंग के प्रोसेस को कम कर सकते हैं. इस पर सहमति जताते हुए पोषण विशेषज्ञ लवनीत बत्रा ने इंस्टाग्राम पर कुछ खाद्य पदार्थ साझा किए हैं जो इनके प्रोसेस को धीमा कर सकते हैं..पोषण विशेषज्ञ के बताती हैं कि त्वचा शरीर का पहला अंग है जो आंतरिक परेशानी के मामले में लक्षण दिखाता स्वस्थ, युवा और चमकती त्वचा को बनाए रखने के लिए एंटीऑक्सिडेंट, स्वस्थ वसा और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर पौष्टिक भोजन खाना महत्वपूर्ण है।" आइए जानते हैं उनके बारे में
एजिंग प्रोसेस को धीमा करने में मददगरार हैं ये फूड्स
अनार-अनार में प्यूनिकैगिन्स नामक एक यौगिक भी होता है, जो त्वचा में कोलेजन को बनाए रखने में मदद कर सकता है और उम्र बढ़ने के संकेतों को धीमा कर सकता है.
हरे पत्ते वाली सब्जियां-हरी पत्तेदार सब्जियों में क्लोरोफिल त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता है, जो फिर से एंटी-एजिंग कारकों में योगदान देता है.
दही-दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आपके आंत में अच्छे बैक्टीरिया को पैदा करने में मदद करते हैं.दही में लैक्टिक एसिड छिद्रों को सिकोड़कर और कस कर फाइन लाइंस को कम करने में मदद करता है. राइबोफ्लेविन या विटामिन बी 12 से भरपूर, दही त्वचा को चमकदार और हाइड्रेटेड रखता है और कोशिका पुनर्जनन और वृद्धि में सहायता करता है.
टमाटर-टमाटर में उच्च स्तर का लाइकोपीन होता है जो त्वचा को सूरज की क्षति से लड़ने में मदद करता है,इसके अलावा, वे विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं जो कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद करते हैं.
लाल शिमला मिर्च- लाल शिमला मिर्च एंटीऑक्सीडेंट, कैरोटीनॉयड और विटामिन सी से भरपूर होती है, जो कोलेजन उत्पादन के लिए अच्छा है, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और त्वचा को कठोर वातावरण और प्रदूषण से बचाती है.
ब्रोकोली-ब्रोकोली विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट, ल्यूटिन, कैल्शियम से भरपूर एक एंटी-इंफ्लेमेटरी पावरहाउस है.ये भी डैमेज टिशू की मरम्मत करता है.
नट्स- बादाम और कई अन्य नट्स विटामिन ई से भरपूर होते हैं, जो त्वचा के ऊतकों की मरम्मत करने, त्वचा की नमी बनाए रखने और यूवी किरणों से त्वचा की रक्षा करने में मदद करते हैं.
शकरकंद-शकरकंद, एक स्वादिष्ट व्यंजन जो ज्यादातर सर्दियों के दौरान खाया जाता है, बीटा कैरोटीनॉयड से भरपूर होता है और त्वचा की लोच को बहाल करने में मदद करता है और युवा दिखने वाली कोमल त्वचा में योगदान देता है.
पपीते-पपीते में पाए जाने वाला इंजाइम पपेन इसके एंटी एजिंग लाभों के लिए जाना जाता है. इसे स्किन केयर रूटीन में शामिल कर सकते हैं. यह फल लाइकोपिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो बढ़ती उम्र के दिखने वाले साइन से बचाव करता है.
ग्रीन टी-ग्रीन टी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है जो शरीर में मुक्त कणों से लड़ने में मदद करती है और त्वचा के प्राकृतिक युवा रूप को बनाए रखती है,यही कारण है कि बाजार में उपलब्ध कई सौंदर्य उत्पादों में यह एक सामान्य सामग्री है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी के दौरान किन महिलाओं को आती हैं सबसे अधिक उल्टियां, उल्टी कम आना कितना गंभीर?