क्या आप रोजाना लंबी वॉक करके और जिम जाकर भी मसल्स और बॉडी की स्ट्रेंथ नहीं बढ़ा पा रहे? इसके पीछे हो सकते हैं कई कारण.फिट रहने के लिए किन चीजों पर खासतौर पर ध्यान देना चाहिए इसके लिए एबीपी न्यूज ने मयूर विहार फेस 1, सुयश फीजियाथेरेपी क्लीनिक के फीजियोथेरेपिस्ट डॉ. अजीत अलख से बातचीत की.
बातचीत के दौरान डॉ. अलख ने बताया कि अगर आपको सचमुच पूरी तरह से फिट रहना है तो उसके लिए जिम में पसीना बहाने के बजाय आप पहले खुद पर काम करें. डॉ. के मुताबिक, फिट रहने के लिए सिर्फ दो चीजों पर सबसे ज्यादा फोकस करना चाहिए बॉडी की फ्लैक्सिबिलिटी (लचीलापन) और बॉडी की स्ट्रेंथ (मजबूती). यदि आप इन दो चीजों को ठीक से कर पाते हैं तो आप हमेशा फिट रहेंगे.
डॉ. के मुताबिक, कोई भी चीज अचानक नहीं मिल जाती. आपको सबसे पहले मेंटली प्रीपेयर होना चाहिए. यदि आप मानसिक तौर पर खुद को फिट करने के लिए तैयार हैं तभी आप योजनाबद्ध तरीके से फिट होंगे और हमेशा चुस्त-दुरुस्त रहेंगे. इतना ही नहीं हर चीज को जीरो टू टॉप से शुरू करना चाहिए. इससे आप आसानी से फिट रह सकते हैं.
फ्लैक्सिबल- बॉडी को फ्लैक्सिबल बनाने के लिए आपको रोजाना स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए. लेकिन ध्यान रहें स्ट्रेचिंग का मतलब ये नहीं कि आप अचानक से एक-एक घंटा बॉडी को स्ट्रेच करना शुरू कर दें.
शुरूआत में आपको बॉडी के हर हिस्से की 5 से 10 सेकेंड तक स्ट्रेंचिंग करनी चाहिए. एक सप्ताह ऐसा करने के बाद आप समय सीमा को धीरे-धीरे बढ़ाएं.धीरे-धीरे स्ट्रेचिंग से बॉडी में ना सिर्फ लचीलापन आएगा बल्कि बॉडी की स्टिफ्नेस यानी मसल्स में आई जकड़न दूर होगी. साथ ही लंबे समय तक मसल्स भी नहीं थकेंगी.
स्ट्रेंथ- बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी हैं. लेकिन एक्सरसाइज से पहले बॉडी को वार्म करना चाहिए. शुरूआत के 5 से 10 मिनट वॉर्मअप जरूर करें. आमतौर पर लोग बॉडी की स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए जिम ज्वॉइन कर लेते हैं जिससे बॉडी तो बन जाती है लेकिन आंतरिक तौर पर मसल्स मजबूत नहीं हो पाती. जिससे जिम छोड़ते ही आप पहले जैसे हो जाते हैं.
स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए वॉर्मअप के बाद धीरे-धीरे एक्सरसाइज शुरू करें. एक्सरसाइज के दौरान बहुत थकान ना हो इसके लिए बीच-बीच में रिलैक्स भी करें.
स्ट्रेंथ बढ़ाने के दौरान शुरूआत में वेट लिफ्टिंग से बचें. वेट लिफ्टिंग शुरूआती एक सप्ताह तो बिल्कुल ना करें. वॉर्मअप और एक्सरसाइज करते हुए एक सप्ताह बाद वेट लिफ्टिंग करें और लिफ्टिंग के दौरान हाफ केजी से ज्यादा वजन ना उठाएं.
स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए वेट लिफ्टिंग का वजन भी धीरे-धीरे ही बढ़ाएं. डॉ. अजीत के मुताबिक, यदि आप हर एक्सरसाइज को पूरा समय देकर धीरे-धीरे करेंगे तो बॉडी की स्ट्रेंथ लंबे समय तक बढ़ेगी और मसल्स भी नहीं थकेंगी.
कई बार बहुत ज्यादा एक्सरसाइज, वॉर्मअप और वेट लिफ्टिंग करने से मसल्स बहुत थक जाती हैं. आपको स्ट्रेंथ बढ़ाने की ट्रेनिंग के दौरान इस बात का ख्याल रखना है कि मसल्स बहुत ज्यादा ना थके. इसके लिए बीच-बीच में कम समय के लिए एक्सरसाइज करें.
उदाहरण देते हुए डॉ. अजीत का कहना है कि यदि आप वॉक पर जाने की सोच रहे हैं तो उसकी भी अपनी तकनीक है. यानी लंबे समय के बाद वॉक करने के लिए जा रहे हैं तो अचानक आधा-एक घंटा वॉक ना करें. बल्कि शुरूआत में 15 मिनट ही टहलें.
एक सप्ताह तक 15 मिनट टहलें. इसमें भी शुरू के 5 मिनट आराम से टहलें जिससे बॉडी का वॉर्मअप हो और 5 मिनट तेज कदमों से चलें. इसके बाद आखिरी के 5 मिनट फिर धीरे टहलें. इससे आप जल्दी नहीं थकेंगे.
एक सप्ताह तक इसी तरह वॉक करके समय को बढ़ाएं 15 मिनट को 20 मिनट या 25 मिनट करें. शुरूआत में 5 मिनट टहलें. फिर 10 या 15 मिनट तेज कदमों से चलें, फिर 5 मिनट आराम से चलें.
डॉ. अलख का कहना है कि आप योगा करें, जिम जाएं या फिर फिट रहने के लिए कोई भी तरकीब अपना रहे हों आपको जल्दबाजी बिलकुल नहीं करनी है. बल्कि आपको हर काम धीरे-धीरे करना है. इससे आपका स्टेमिना बिल्डअप होगा और आप लंबे समय तक फिट रहेंगे.