दुनियाभर में 7 से 14 फरवरी तक वैलेंटाइन वीक सेलिब्रेट किया गया. लेकिन अब एंटी-वैलेंटाइन की शुरुआत हो चुकी है. वैलेंटाइन वीक के दौरान जहां कपल्स एक दूसरे से प्यार का इजहार करते दिखे, तो वहीं एंटी-वैलेंटाइन वीक के दौरान प्यार में धोखा गए लोग बढ़चढ़ का इसका हिस्सा बनते हैं. एंटी-वैलेंटाइन वीक 15 फरवरी से लेकर 21 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान लोग अपने प्यार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हैं. साथ ही साथ एक दूसरे को कड़वी यादों को छोड़कर आगे बढ़ने की भी सलाह देते हैं.
इसी कड़ी में कल दुनियाभर में फ्लर्टिंग डे (Flirting Day) मनाया जाएगा. लोग अपने पार्टनर को परेशान करने के लिए किसी दूसरे शख्स के साथ फ्लर्ट करते हैं. इसके अलावा, सिंगल्स भी सच्चे प्यार की तलाश में फ्लर्ट करते दिखाई देते हैं. इस दिन को खास तरीके से सेलिब्रेट किया जाता है.
जरूरत से ज्यादा फ्लर्ट करना हो सकता है हानिकारक
फ्लर्ट करने के कई तरीके होते हैं. ज्यादातर लोग मजाक-मजाक में अपने दिल की बात बता देते हैं. हालांकि, कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल भी करते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, फ्लर्ट करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन जरूरत से ज्यादा किसी से फ्लर्ट करने हानिकारक हो सकता है. इससे आपके कैरेक्टर पर भी असर पड़ सकता है. ज्यादातर लोग एक हद तक फ्लर्ट करना उचित समझते हैं. लेकिन जरूरत से ज्यादा फ्लर्ट करने को गलत भी ठहराते हैं. इसका एक कारण ये भी है कि लोग पर्सनल स्पेस भी जरूरी समझते हैं.
भावनात्मक रूप से जुड़ने की रहती है कोशिश
प्रेम में धोखा खाए लोग बाद किसी ना किसी से भावनात्मक रूप से जुड़ना चाहते हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि दिल टूटने के बाद लोगों का प्रेम के प्रति नजरिया भी बदल जाता है. ऐसे में वे किसी ना किसी से व्यक्तिगत रूप से इसपर बात करना चाहते हैं. साथ ही साथ अपने दिल की बात सामने वाले पर्सन से शेयर भी करना चाहते हैं. ऐसे में उनकी सामने वाले शख्स से हमदर्दी और साथ देने की उम्मीदें काफी बढ़ जाती हैं.
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