Avoid These Cooking Mistakes: खाना स्वस्थ और स्वादिष्ट बनाने के लिए आप क्या कुछ नहीं करते. हर तरह के इंग्रेडिएंट्स डालते हैं ताकि खाना टेस्टी भी बने और पौष्टिक भी. हालांकि कई बार जाने-अनजाने में हम खाना बनाते वक्त कुछ गलतियां भी कर जाते हैं, जिससे आहार की गुणवत्ता प्रभावित हो जाती है. खाना बनाने के लिए कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, जैसे- कैसे पकाएं? कितने समय तक पकाएं? कौन से बर्तन का इस्तेमाल किया जाए? सामग्री का किस तरह से इस्तेमाल किया जाए? आदि. यहां हम खाना बनाने को लेकर पांच कॉमन गलतियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्हें आपको करने से बचने का प्रयास करना है.
1. लहसुन को सीधे आंच पर डालना
लहसुन के सेवन से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं. ये दिल की बीमारी और डायबिटीज की रोकथाम में सहायक है. लहसुन भी एंटीऑक्सीडेंट का एक बेहतर सोर्स है. अगर आप लहसुन को सीधे आंच पर डालते हैं तो आपके शरीर को वो लाभ बिल्कुल नहीं मिलेंगे, जिनके लिए लहसून जाना जाता है. लहसून में यौगिक एलिसिन होता है, जो शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है. लेकिन लहसून से एलिसिन आपको तब हासिल होगा, जब आप इसे कुचलकर डालेंगे. यहां ध्यान रखने वाली बात यह भी है कि कुचला हुआ या कटा हुआ लहसुन तुरंत पैन में नहीं डाला जाना चाहिए, क्योंकि लहसुन में मौजूद एलिसिन और बाकी विटामिन्स नष्ट हो सकते हैं. लहसुन को कुचलने के बाद 10 मिनट के लिए यूहीं छोड़ दें. इसे तुरंत न डालें. 10 मिनट के बाद आप इसे पैन में डाल सकते हैं.
2. सब्जियों को ज्यादा फ्राई करना
सब्जियां जरूरी विटामिन, खनिज और फाइबर का मेन सोर्स होती हैं. हर तरह की सब्जी में पोषक तत्व पाए जाते हैं. हालांकि खाना बनाते वक्त आपको सब्जियों को ज्यादा फ्राई करने से बचना होगा. क्योंकि सब्जियों को ज्यादा फ्राई करने से इसमें फैट की मात्रा बढ़ती है. इसके साथ ही साथ विटामिन और खनिज भी नष्ट हो सकते हैं. सब्जियों को पकाने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें भूनना या उबालना है. उबालते समय एक्सट्रा पानी न डालें. आप सब्जियों को पकाने के लिए स्टीमिंग के तरीके का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
3. तेल को दोबारा गर्म करना
अगर पापड़ या पकौड़े तलने के बाद तेल बचा है तो तेल को ऐसे ही रहने दें. इसको बार-बार गर्म न करें. क्योंकि ऐसा करने से उसमें ट्रांस फैट बढ़ जाता है. ट्रांस फैट आपके शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को और ज्यादा बढ़ा सकता हैं. और तो और स्वास्थ्य से जुड़े अलग-अलग खतरे भी पैदा करता है.
4. सही बर्तन का चुनाव नहीं करना
सिर्फ खाना पकाना ही नहीं बल्कि खाना किसमें पकाना है, इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी होता है. आप खाना बनाने के लिए किस बर्तन का इस्तेमाल कर रहे हैं, यह भी मायने रखता है. लोहे के बर्तन बाकी बर्तनों की तुलना में ज्यादा गुणकारी और अविषाक्त माने जाते हैं. अपने नॉन-स्टिक कुकवेयर पर नजर डालते रहें और समय-समय पर उसकी स्थिति की जांच करें. क्योंकि समय के साथ टेफ्लॉन कोटिंग खराब हो सकती है और आपके भोजन के साथ मिल सकती है.
5. भोजन में ज्यादा नमक डालना
सर्वेक्षणों से मालूम चलता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नमक के इस्तेमाल की जो लिमिट सेट की है, भारतीय हमेशा अपने भोजन में उससे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. डब्ल्यूएचओ ने प्रति व्यक्ति नमक की खपत रोजाना 5 ग्राम से कम (लगभग 2 ग्राम सोडियम) रखने की सलाह दी है. ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है और वॉटर रिटेंशन का कारण बन सकता है. इसलिए खाना पकाने के दौरान बेतरतीब ढंग से नमक न डालें.
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