बच्चा रोटी-सब्जी देखकर सिकोड़ लेता है नाक-मुंह? इन 4 तरीको से बच्चे को बनाएं हेल्दी ईटर
खाने के मामले में बच्चों के नखरे तो बड़ों से भी ज्यादा होते हैं. ऐसे में ज्यादातर मां-बाप बच्चों को डांटकर खाना खिलाते हैं, जिससे बच्चे खाने को अपना दुश्मन समझने लगते हैं, तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बता रहे हैं, जिनको अपनाकर बच्चे हेल्दी ईटर बन सकते हैं.
Healthy Eating Habits: जब भी बात बच्चों के खाने की आती है, तो दुनिया के हर मां-बाप दिन-रात खाने में अपने बच्चों के नखरे झेलते नजर आते हैं. खाने के मामले में चाहें कोई बच्चा हो या बड़ा, हर कोई बहुत ज्यादा चूजी पाया जाता है. हर इंसान वैसा ही खाना चाहता है जिस स्थिति में वह उसे देखना या स्वाद में चाहता है. ये हर घर की एक ऐसी समस्या है जिसका सामना हर खाना बनाने वाला इंसान करता है. बात अगर बच्चों की करें तो बच्चों के नखरे तो बड़ों से भी ज्यादा होते हैं. ऐसे में ज्यादातर मां-बाप अपने बच्चों को डांटकर या डरा-धमकाकर खाना खिलाते नजर आते हैं, जिससे अंजाने में ही सही पर बच्चे उस खाने को अपना दुश्मन समझने लगते हैं, तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाकर आप अपने बच्चे को हेल्दी ईटर बना सकते हैं.
क्या आपका बच्चा भी खाने से सब्जियां निकालकर खाता है? ज्यादातर बच्चों को खाने में से सब्जियों को निकालने की आदत होती है जैसे मटर, गोभी, टमाटर आदि. जोकि एक बहुत ही अनहेल्दी आदत है. अगर आप बचपन से ही बच्चे की खान-पान की आदतें अच्छी रखते हैं तो यह मोटापे और पोषण की कमी जैसी समस्याओं से उनको दूर रखती हैं. साथ ही बच्चे का उचित विकास और सेहत को बढ़ावा देती हैं. जो बच्चे बचपन से ही खाना अच्छे तरह से खाते हैं उनमें आगे चलकर हेल्दी खाने की आदत अपने आप पैदा हो जाती हैं. इसलिए बचपन से उठाए गए सही कदम आपके बच्चे के भविष्य में हेल्दी साबित हो सकते हैं.
बच्चे को स्नैक्स कम खाने दें वैसे तो स्नैक एक हेल्दी आहार में माना जाना जाता है, लेकिन जब आप इसका सेवन हेल्दी तरीके से करें. बच्चों को ज्यादातर शुगर वाले पेय या स्नैक्स जैसे चिप्स और बिस्कुट का सेवन करना बेहद पसंद होता है. इसलिए बेहतर होगा कि आप इस तरह की सभी चीजों को घर पर कम से कम ही लाएं. वैसे आपको इस तरह की चीजों को पूरी तरह से बंद करने की सलाह नहीं दी जाती है. दें. लेकिन यहां हेल्दी खाने की बात बेहद महत्वपूर्ण है. अगर आपका बच्चा दिनभर स्नैक्स खाकर ही अपना पेट भरता है, तो उन्हें दिन में सिर्फ एक-दो बार ही स्नैक्स दें. ऐसे में आप उन्हें हेल्दी पोषण से भरे फलों और सब्जियों का सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करें. इसके अवाला नट्स और बीज भी उनके लिए एक हेल्दी विकल्प हैं.
खाने को सर्व करने का अंदाज बदलें अगर आप इस बात से परेशान है कि आपका बच्चा भोजन में से कुछ सब्जियों या चीजों को बाहर निकाल देता है तो ऐसे में आप अपने खाना परोसने के अपने तरीके को बदलकर थोड़ा दिलचस्प बनाने की कोशिश करें जैसे- उनके लिए रोटी अलग-अलग शेप में बनाए जैसे चांद या सितारे के आकार में आदि. ऐसा करने से बच्चों को वो खाना देखने में बहुत ही दिलचस्प लगेगा और वो इसको चाब से खा भी लेंगे. इसके अलावा आप फलों को भी उनके रोज के नाश्ते में शामिल कर सकते हैं.
नए फूड्स ऑप्शन को बच्चे की प्लेट में पेश करें बच्चे सभी आहार के विकल्पों को नापसंद नहीं करते हैं. ऐसे में आप हमेशा उनके सामने उन्हें पेश करने में कुछ नया करने का प्रयास करें. बच्चों को अपने तरीके से खाने को पसंद करने का वक्त दें. साथ ही आप इस बात का भी ध्यान रखे कि जो कुछ भी आप उन्हें दे रहे हैं, वे उसे जरूरत से अधिक न खाएं. पहले उन्हें कम मात्रा में परोसे और पता लगाए कि वो और अधिक चाहते हैं या नहीं. आप उन पर लिमिटेशन लगाने की बजाय, अपनी पसंद बनाने की छूट दें.
बच्चों को खुद खाने दें, डांटकर न खिलाएं अक्सर मां-बाप को अपने बच्चों के खाना खिलाने की आदत होती है और खासतौर पर भारतीय माता-पिता को. आपको ये तरीका हमेशा अच्छा नहीं होता है. अगर आप अपने बच्चे को हमेशा डांटकर खिलाएंगे तो वह खाने के लिए हमेशा विचलित रहेंगे. ऐसे में आप उनपर दबाव न बनाएं, सख्त रहें, मगर आवश्यकता से अधिक गुस्सा न करें. आप अपने बच्चे पर जितना अधिक दबाव डालते हैं वो उतने ही बिगड़ते जाते हैं, जिससे उनके खाना खाने की आदते भी और बिगड़ती चली जाती हैं. उसके अवाला आप उनकी खाने की आदतों को कुछ ज्यादा ही बदतर न समझें. उनके वजन पर कोई कमैंट न करें या उन्हें भोजन के साथ नकारात्मक संबंधों को समझने दें.
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