Coconut Water Disadvantages: नारियल का पानी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है. कई बीमारियों से पीड़ित लोगों को इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है. इस टेस्टी नेचुरल ड्रिंक में कई मल्टी न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बढ़ाने के साथ-साथ कई फायदे भी पहुंचाते हैं. कुछ लोग ग्लोइंग स्किन पाने और शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भी रोजाना इसका सेवन करते हैं. वैसे तो इस हेल्दी ड्रिंक के कई बेनिफिट्स हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना नारियल का पानी पीने से स्वास्थ्य पर कितने बुरे प्रभाव पड़ते हैं? अगर आप इस बारे में नहीं जानते हैं तो आपको यह खबर जरूर पड़नी चाहिए.

  
   
कई लोग सोचते हैं कि नारियल का पानी पीना एक अच्छी आदत है, लेकिन वे नहीं जानते कि यह आदत खतरनाक भी साबित हो सकती है. जब आप रोजाना नारियल का पानी पीते हैं तो इससे शरीर में कई बार कुछ ऐसे तत्वों की मात्रा बढ़ जाती हैं, जो हानिकारक साबित होती हैं. जैसे इससे पोटेशियम के लेवल में बढ़ोतरी होती है, जो पेट की परेशानी का कारण बन सकती है और बाकी समस्याएं पैदा कर सकती है. 


नारियल का पानी पीने के बुरे प्रभाव


लो ब्लड प्रेशर


नारियल का पानी 'लो ब्लड प्रेशर' का कारण बन सकता है. क्योंकि इसमें पोटैशियम काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है. यही वजह है कि इसे रोजाना पीने से ब्लड प्रेशर अचानक कम हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो आपकी सेहत के लिए ये बिल्कुल सही साबित नहीं होगा. 


दस्त


नारियल पानी का ज्यादा सेवन लूज मोशन का कारण भी बनता है. क्योंकि इसमें फर्मेंटेबल ऑलिगोसेकेराइड्स, डिसैकराइड्स, मोनोसैकराइड्स और पॉलीओल्स (FODMAPs) होते हैं, जो एक तरह से शॉर्ट चेन कार्बोहाइड्रेट होते हैं. ये आंतों से पानी खींचने का काम करते हैं. इससे लोगों में डायरिया जैसी डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं.


डायबिटीज  


डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए नारियल का पानी नुकसानदायक साबित हो सकता है. दरअसल, इसमें मौजूद हाई कैलोरी और शुगर लेवल डायबिटीज की दिक्कत को बढ़ा सकता है, जिससे ब्लड में शुगर स्पाइक काफी तेजी से होगा. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही नारियल के पानी का सेवन करें. 


इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस


नारियल के पानी में सोडियम, पोटेशियम और मैंगनीज जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स मौजूद होते हैं. मार्केट में बिकने वाले अलग-अलग नारियल के पानी में इसकी मात्रा अलग-अलग हो सकती है. ऐसे में रोजाना इसको पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स असंतुलित होता है, जो खतरनाक भी साबित हो सकता है. उदाहरण के लिए पोटेशियम के स्तर में बढ़ोतरी से पैरालिसिस का खतरा बढ़ सकता है.


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