Hartalika Teej Recipe: त्योहारों का मौसम फिर से आ गया है. सावन के महीने का आगाज हुआ है और इसी महीने में उत्तरी भारत में महिलाएं हरतालिका तीज बड़े ही धूमधाम से मनाती हैं. हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में इस साल भी बड़े ही उत्साह के साथ 31 जुलाई को हरियाली तीज मनाई जाएगी. इस दिन महिलाएं हरी साड़ी, हरी चूड़ियां पहन कर बहुत ही खूबसूरत ढंग से सजती संवरती हैं. इसके अलावा इस दिन एक दूसरे से मिलती हैं, झूला झूलती हैं और शिव पार्वती जी की लोक कथाओं को भी सुनती हैं. इस दिन महिलाओं का व्रत भी होता है. तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं हरतालिका तीज के लिए है कुछ ऐसे पारंपरिक व्यंजन जो इस त्यौहार का बरसों से ही हिस्सा रहे आए हैं.
घेवर
तीज के लिए घेवर वैसी ही है जैसे दिवाली के लिए सोन पापड़ी या काजू कतली. गोल आकार की राजस्थानी मिठाई घेवर राजस्थान में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली मिठाइयों में से एक है. वैसे तो घेवर को त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा खरीदा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे आप आसानी से घर पर भी बना सकते हैं. तो इस हरतालिका तीज पर त्यौहार की मिठास बढ़ानी है तो घर पर ये पारंपरिक मिठाई जरूर बनाएं.
मठरी
मठरी उन खाने की चीजों में से एक है जिनसे अक्सर महिलाएं अपना तीज का व्रत खोलती हैं. ये बहुत ही ज्यादा कुरकुरे परतदार आटे के स्नैक्स होते हैं. नमकीन, मठरियों में अलग-अलग तरह के मसाले डालकर उनके स्वाद को हमेशा मनमुताबिक बनाया जा सकता है. त्योहारों में मिठाइयों के साथ-साथ मठरी भी पारंपरिक रूप से बनाई जाती है. खास तौर पर हरतालिका तीज पर ये ट्रेडिशनल स्नैक्स जरूर बनाया जाता है.
मिर्ची वड़ा
राजस्थानी शैली के मिर्ची पकोड़े. इस स्नैक में एक मसालेदार फिलिंग होती है और इसे बेसन के घोल में लपेटा जाता है और सुनहरा भूरा होने तक डीप फ्राई किया जाता है. इस रेसिपी में लाल मिर्च, अजवायन, हल्दी, धनिया पत्ती और बड़ी वाली मिर्च की जरूरत होती है.
दाल बाटी चूरमा
इस राजस्थानी व्यंजन के बिना राजस्थान का कोई भी त्योहार, पूरा नहीं हो सकता. दाल बाटी चूरमा एक स्वादिष्ट पारंपरिक डिश है जिसे घी में तल कर दाल के साथ परोसा जाता है. यह राजस्थानी व्यंजन किसी भी लंच या डिनर पार्टी में लोगों की पहली पसंद होता है.
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