Health Tips: आज के समय में लोगों की जीवनशैली और खानपान ऐसा बन गया है कि लोग केवल स्वाद लेने और पेट भरने के लिए ही खाते हैं. वर्तमान समय में लोग खाने में पौष्टिक तत्वों को नज़रअंदाज कर देते हैं और फास्ट फूड या जंग फूड को अपने खानपान में शामिल कर लिया है. आपकी डाइट या खान-पान का सबसे ज्यादा प्रभाव आपको अपने लीवर पर ही देखने को मिलता है.


फैटी लीवर की समस्या में आपके शरीर में फैट का लेवल इतना ज्यादा हो जाता है कि आपका लीवर फैटी हो जाता है. आपके लीवर में फैट की कुछ मात्रा का होना आम बात है, मगर जब फैट की मात्रा लीवर के भार से 10 प्रतिशत ज्यादा हो जाती है तो आपका लीवर फैटी माना जाता है.


इस समस्या में लीवर सामान्य रूप से काम करना बंद कर देता है और इसके कई लक्षण आपके शरीर में दिखने लगते हैं, तो आइए आज हम आपको फैटी लीवर के लक्षण और बचाव के तरीके बताने जा रहे हैं.


ये हैं फैटी लीवर के लक्षण-
-अपच की समस्या होना, जिसके कारण एसिडिटी होना है
-पेट के दाएँ हिस्से के ऊपरी भाग में दर्द होना
-वजन कम होना
-कमजोरी जैसा महसूस होना
-आपकी आँखों और त्वचा में पीलापन दिखना
-पेट में सूजन होना

फैटी लीवर की समस्या में ऐसी डाइट का सेवन करें-


-फल और सब्जियों का अधिक सेवन करें.
-ज्यादा फाइबर से भरपूर आहार का सेवन करें, जैसे फलियाँ और साबुत अनाज आदि
-ज्यादा नमक, ट्रांसफैट, रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट्स तथा सफेद चीनी का सेवन बिल्कुल बंद कर दें.
नशे की चीजों और शराब का सेवन बिल्कुल न कर दें.
-भोजन में लहसुन को अवश्य शामिल करें यह आपके शरीर में फैट जमा होने से रोकता है.
-ग्रीन टी का सेवन करें. यह आपके लीवर में जमा फैट को कम करती है तथा लीवर के कार्यों में सुधार करती है.
-तले-भुने और जंक फूड से आपको परहेज करना चाहिए.
-पालक,ब्रोक्ली, करेला, लौकी, टिण्डा, तोरी, गाजर, चुकंदर, प्याज, अदरक तथा अंकुरित अनाज खाएँ आदि का सेवन ज्यादा करें.
-आपको राजमा, सफेद चना, काली दाल इनका सेवन बहुत कम करना चाहिए. इसके अलावा हरी मूंग दाल और मसूर दाल का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए.
-इनका उपयोग बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए जैसे मक्खन, मेयोनीज, चिप्स, केक, पिज्जा, मिठाई, चीनी आदि.
आपको नियमित रूप से हर रोज प्राणायाम तथा सुबह टहलने जाना चाहिए.


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