Health Tips: पपीता आपकी सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं माना जाता है. यह एक ऐसा फ्रूट है जिसमें प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, कैल्शियम और कई अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह आपके पाचन तंत्र को हेल्दी रखकर आपको कब्ज की समस्या से राहत प्रदान करता है. इसका इस्तेमाल न सिर्फ आपकी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए किया जाता है, बल्कि इससे आप अपनी त्वचा से संबंधित समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं और आपकी स्किन को ग्लोइंग बना सकते हैं. सेहत लिहाज से देखें तो पपीते के ढेरों फायदे हैं मगर इसके कुछ नुकसान भी हैं जो आपके लिए जानना बेहद जरूरी है, तो आइए आज हम आपको पपीते के सेवन के कुछ नुकसान बताने जा रहे हैं.


पपीते का सेवन करने के दौरान क्‍या करें और क्‍या न करें


पपीता खाने के फायदे: इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए: पपीता में एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोस्टिम्युलेंट गुण पाए जाते हैं. इसके रोजाना सेवन से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, जिससे आपका शरीर कई गंभीर बीमारियों से खुद को बचाने में सहायक होता है.


आंखो की रौशनी बढ़ाए: पपीता में विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है, जो आपकी आंखों की रौशनी को बढ़ाने में बेहद मददगार होता है. विटामिन ए आंखो कि रोशनी के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है.


पाचन तंत्र को बेहतर बनाए: आजकल की इस जीवनशैली और खराब खानपान का सीधा प्रभाव आपकी पाचन क्रिया पर पड़ता है क्योंकि यह तेल की अधिक मात्रा से भरपूर होते हैं. पपीता में पपैन नामक एक एंजाइम पाया जाता है जो आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में सहायता करता है.


कैंसर से बचाव करे: पपीता एंटीऑक्सिडेंट, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होता है, जो आपकी कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाली हानि से बचाने में सहायक होता है. रिसर्च के अनुसार यह कोलन और प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम करने में बेहद उपयोगी होता है.


पपीते खाने के नुकसान

पीलिया होने की संभावना: पपीते में पपैन और बीटा कैरोटीन नामक पदार्थ पाए जाते हैं जो शरीर में पीलिया और अस्‍थमा जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को बढ़ाने का काम करते हैं. पपीते में यह दोनों तत्व की भरपूर मात्रा पाए जाते हैं.


गर्भपात होने की संभावना: कच्चे पपीते के सेवन से गर्भपात का होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है, क्योंकि कच्चे पपीते में लैटेक्‍स नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण महिला का गर्भाशय सिकुड़ने की संभावना बनी रहती है, जोकि समय से पहले प्रसव या गर्भपात की संभावना को बढ़ सकता है.


प्रजनन क्षमता पर असर डाले: पपीते के बीज में पाया जाने वाला अर्क पुरुषों की प्रजनन क्षमता को कम कर सकता है. यह पुरुषों की शुक्राणु संख्या को भी कम कर सकता है और शुक्राणु के विकास को भी प्रभावित कर सकता है.


नवजात शिशुओं में स्तनपान का खतरा: बच्चा होने के शुरुआती दिनों में आपको पपीते के सेवन बिल्कुल नही करना चाहिए क्योंकि पपीते में पपैन नामक तत्व के पाए जाने के कारण यह नवजात शिशुओं के लिए जानलेवा सिद्ध हो सकता है.


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