नई दिल्ली: खाने पीने के शौकिन हैं तो लोहड़ी का पर्व आपके लिए है. लोहड़ी का पर्व खाने की दृष्टि से बेहद खास है. ये पर्व भारतीय ग्रामीण खाने की उच्च परंपरा को भी दर्शाता है. इस पर्व का रिश्ता सीधा मिट्टी से जुड़ा हुआ है. भारत एक कृषि प्रधान देश है. लोहड़ी गांव खेत और फसलों का पर्व है. वहीं अगर ये कहा जाए कि खाने पीने का पर्व है तो गलत नहीं होगा.


लोहड़ी पर कुछ खास व्यंजन बनाए जाते हैं. जिनका सेहत और मौसम विशेष नाता है. लोहड़ी पर पकाए जाने वाले व्यंजनों का देखा जाए तो वैज्ञानिक महत्व भी छिपा हुआ है. सर्दी के मौसम में मनाए जाने वाले इस पर्व को तिल और गुड़ खाने का रिवाज है. इस मौसम में इनके सेवन से कई रोग दूर रहते हैं वहीं सेहत के लिए भी ये बहुत लाभकारी होते हैं. इसलिए इन पारंपरिक चीजों को लोहड़ी के दिन खाते हैं.


लोहड़ी के व्यंजन


पिंड़ी छोले- लोहड़ी के दिन घरों में इस खास डिश को बनाया जाता है. ये एक ऐसी डिश है जिससे पंजाबी खाने की समृद्धि पाक कला का अहसास होता है. पिंड़ी छोले पूरी तरह से पंजाबी डिश है. जिसे एक खास तरह से बनाया जाता है. इस डिश को तंदूरी रोटी या नान के साथ परोसा जाता है.


सरसों का साग: पंजाब के खानों का जिक्र सरसों के साग के बिना अधूरा है. यहां तक की पंजाबी खाना सरसों के साग के बगैर पूरा ही नहीं होता है. आज भी पंजाब में जो लोग खेतों में काम करते हैं वे ताजा सरसों को तोड़कर खेत पर ही डिश को बनाते हैं. इसका स्वाद बेमिशाल होता है. स्वाद के मामले में जहां सरसों के साग का कोई मुकाबला नहीं वहीं सेहत के मामले में भी ये डिश किसी औषधि से कम नहीं है. इसे मक्के की रोटी, छाछ, अचार, हरी मिर्च और गुड़ के साथ खाया जाता है. मक्के की रोटी पर सफेद ताजा मक्खन इसके स्वाद को बढ़ा देता है. यह डिश प्रोटिन से भरी होती है. यह डिश इम्यूनिटी सिस्टम को भी मजबूत करती है. साग में फाइबर होने के कारण ये पेट के लिए भी अच्छा होता है. इस खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है.


तिल लड्डू: तिल से बने व्यंजन भी लोहड़ी पर खूब परोसे जाते हैं. तिल के लड्डू, तिल की पट्टी भी खूबी खाई जाती है. तिल को गुड के साथ मिलाकर गजक तैयार की जाती है. तिल सेहत के लिए बेहद फायदेंमंद माने जाते हैं ये शरीर से कई खतरनाक और दूषित तत्वों को बाहर निकालते हैं वहीं शरीर की कई कमियों को दूर करते हैं. इस खाने से शरीर को गर्माहट मिलती है. इसकी मीठीं छोटी छोटी रोटियां भी बनाई जाती है जिन्हें अलग अलग प्रदेशों में अलग-अलग नामों से जानते हैं.


आ गई लोहड़ी...13 जनवरी को इस पर्व को मनाने की हो रही जोर शोर से तैयारियां