Navratri 2024: हिंदुओं के लिए साल के सबसे खास त्योहारों में से एक नवरात्रि आ गई है. देशभर में यह त्योहार बहुत ही धूमधाम और भव्यता के साथ मनाई जाती है. जैसा कि नवरात्रि के शाब्दिक अर्थ से पता चल रहा है नौ रातें, ऐसे में हर दिन अलग-अलग देवी की पूजन की जाती है. इन नौ रूपों में पहले स्वरूप का नाम है माँ शैलपुत्री, दूसरा दिन माँ ब्रह्मचारिणी का है, तीसरा रूप माँ चंद्रघंटा को समर्पित है, चौथी माता का नाम माँ कुष्मांडा है, पांचवी देवी माँ स्कंदमाता है, छठा स्वरूप माँ कात्यायनी का, सातवां रूप माँ कालरात्रि, आठवां दिन माँ महागौरी और नौवा रूप मां सिद्धिदात्री को समर्पित है. इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हुई है और 17 अप्रैल तक चलेगी. ऐसे में दूसरे दिन के लिए हम आपको भोग प्रसाद बनाने के बारे में बताने जा रहे हैं. कहते हैं कि मां ब्रह्मचारिणी को गुड़ को भोग लगता है, ऐसे में हम आपको गुड़ से फलाहार भोग बनाने की रेसिपी सिखाने जा रहे हैं आइये जानते हैं. इसका नाम है नोलेन गुड़ पायेश.


भोग बनाने के लिए इंग्रीडिएंट


½ कप नोलेन गुड़
⅓ कप गोबिंदा भोग चावल, 30 मिनट तक भिगोकर, छानकर सुखा लें
1 चम्मच घी
¼ कप काजू
5-6 कप फुल फैट दूध
1 बड़ा चम्मच किशमिश, भिगोकर और छानकर, गार्निश के लिए


भोग कैसे बनाएं ?


1. एक पैन में घी गर्म करें और उसमें काजू को सुनहरा होने तक भून लें और अलग रख दें. 
2. फिर उसी पैन में चावल डालें और कुछ देर तक भूनें. 
3. उसी पैन में दूध गर्म करें और उसमें चावल डालकर धीमी आंच पर बीच-बीच में हिलाते हुए पकाएं. 
4. आंच बंद कर दें, नोलेन गुड़ डालें और पिघलने तक मिलाएँ. 
5. मिश्रण में काजू और किशमिश मिला दीजिये. तले हुए काजू और किशमिश से सजाकर मां को भोग लगाएं.


गुड़ के सेवन से स्वास्थ्य लाभ:


1. गुड़ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो शरीर में हानिकारक मुक्त कणों से लड़ने में मदद करता है, जिससे कैंसर और हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.


2. गुड़ शरीर में पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करता है, पाचन में सुधार करता है और अपच, कब्ज और पेट फूलने जैसे पाचन विकारों को रोकता है.


3. गुड़ एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर के रूप में कार्य करता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर लिवर को साफ करने में मदद करता है और इसके समग्र कामकाज में सुधार करता है.


4. एक जटिल कार्बोहाइड्रेट होने के कारण, गुड़ ऊर्जा की धीमी और स्थिर तरीके से रिलीज करता है, जिससे आप पूरे दिन सक्रिय और ऊर्जावान रहते हैं.


5. गुड़ में आयरन और फोलेट की मात्रा उचित रक्त परिसंचरण को बनाए रखने और मासिक धर्म के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती है.


6. गुड़ आयरन का एक समृद्ध स्रोत है, जो इसे आयरन की कमी वाले एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों के लिए फायदेमंद बनाता है. गुड़ के नियमित सेवन से रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है.


7. आवश्यक खनिजों और विटामिनों से भरपूर, गुड़ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, जिससे शरीर संक्रमण, सर्दी और खांसी के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो जाता है.


8. गुड़ के एंटी-एलर्जी गुण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और एलर्जी जैसी श्वसन समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं, जिससे इन स्थितियों से पीड़ित व्यक्तियों को राहत मिलती है.


9. गुड़ खून को साफ करने के लिए जाना जाता है, जिससे त्वचा स्वस्थ और साफ होती है. यह मुंहासे, पिंपल्स और अन्य त्वचा संक्रमणों को रोकने में भी मदद करता है.


10. गुड़ एक प्राकृतिक स्वीटनर है जो मीठे की लालसा को रोकने और कैलोरी की मात्रा कम करने में मदद करता है. यह उचित पाचन में भी सहायता करता है और चयापचय को बढ़ावा देता है, जिससे वजन घटाने के प्रयासों में योगदान मिलता है.