कश्मीरी व्यंजनों की बात हो और गुश्तबा का जिक्र न हो, यह संभव नहीं. गुश्तबा, जो कि कश्मीरी वाजवान की एक लोकप्रिय डिश है, मांस के नरम कोफ्तों को दही और मसालों की ग्रेवी में पकाकर बनाई जाती है. इसका स्वाद इतना अद्भुत होता है कि एक बार चखने के बाद आप इसे कभी नहीं भूल पाएंगे. इस डिश को मुख्य रूप से बड़े समारोहों, शादियों और त्योहारों पर परोसी जाती है. गुश्तबा मांस के नरम कोफ्तों को दही और मसालों की ग्रेवी में पकाकर बनाया जाता है. आइए जानते हैं इसे बनाने की आसान रेसिपी.
जानें इसका इतिहास
इसकी उपज के बारे में कई कहानियां हैं, लेकिन यह माना जाता है कि गुश्तबा कश्मीर में पर्शियन संस्कृति के प्रभाव के कारण आया. 15वीं सदी में कश्मीर पर पर्शियन साम्राज्य के प्रभाव के दौरान, कई पर्शियन व्यंजन और खाना पकाने की तकनीकें कश्मीरी खाना पकाने में शामिल हो गईं. गुश्तबा भी इसी पर्शियन प्रभाव का एक नतीजा है, जिसे कश्मीरी व्यंजनों में अपनाया गया और स्थानीय स्वाद के अनुसार ढाला गया.
सामग्री:
- मटन कीमा: 500 ग्राम
- दही: 1 कप
- घी: 2-3 बड़े चमच
- सौंफ पाउडर: 1 चमच
- जीरा पाउडर: ½ चमच
- दालचीनी: 1 टुकड़ा
- हरी इलायची: 4-5
- लौंग: 3-4
- नमक: स्वादानुसार
- पानी: आवश्यकतानुसार
बनाने की विधि:
- कीमा तैयारी: मटन कीमा को अच्छे से धो लें और इसमें थोड़ा नमक मिलाएं.
- कोफ्ते बनाएं: कीमा को अच्छे से मसलकर इससे छोटे गोल कोफ्ते बना लें.
- ग्रेवी तैयार करें: एक गहरे पैन में घी गरम करें। इसमें दालचीनी, इलायची, और लौंग डालें. फिर दही डालें और मध्यम आंच पर पकाएं.
- मसाले जोड़ें: सौंफ पाउडर और जीरा पाउडर मिलाएं. इसे अच्छे से मिक्स करें ताकि ग्रेवी गाढ़ी हो जाए.
- कोफ्ते पकाएं: अब तैयार कोफ्तों को ग्रेवी में डालें और धीमी आंच पर पकने दें.
- सर्व करें: जब कोफ्ते अच्छे से पक जाएं और ग्रेवी गाढ़ी हो जाए, तब आपका गुश्तबा तैयार है. इसे गरमागरम सर्व करें.
- आप इसे चावल या नान के साथ परोस सकते हैं.
इस खास डिश का आनंद अपने परिवार और दोस्तों के साथ लें और कश्मीरी व्यंजनों की रिचनेस का अनुभव करें. गुश्तबा का मलाईदार और मसालेदार स्वाद हर किसी को पसंद आएगा और यह डिनर टेबल पर एक शाही अहसास जोड़ देगा.
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