किशोर सचमुच नखरा करके खानेवाले हो सकते हैं. इसके चलते उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है. मगर क्यों ऐसा होता है? इसका कारण है कि आपकी डाइट में पोषक तत्व जैसे विटामिन, फाइबर और मिनरल की कमी से आपके शरीर के लिए जरूरी आवश्यक पोषण हट जाएगा.
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने सेहत के लिए मुफीद टिप्स सुझाए हैं. उसके मुताबिक, संतुलित आहार, अत्यधिक पानी पीना, शुगर, नमक और ऑयल से भरपूर फूड को नजरअंदाज करना और तला हुआ फूड के बजाए उबला या सेंका हुआ आहार फायदेमंद होता है.
अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि कैसे फूड को किशोरों के लिए पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाएं, तो इस सिलसिले में FSSAI के सुझाए आसान टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं. रोटी और सब्जी अलग परोसने के बजाए, सब्जी को रोटी के साथ इकट्ठा करें और ताजा कटा हुआ सलाद घर पर तैयार चटनी के साथ रोल में शामिल करें.
मसला हुआ कद्दू और लौकी को किसी ग्रेवी की सामग्री जैसे शाही पनीर, बटर चिकन में शामिल करें.
जब पास्ता के लिए सफेद सॉस बनाएं, तो सिर्फ शुद्ध फूलगोभी या सॉस की लौकी में हलचल होने दें. ये एक आसान तरीका फाइबर और विटामिन जोड़ने का है.
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण का सुझाया आसान टिप्स आपके बच्चों के लिए मुफीद हो सकता है. बस सिर्फ आपको सलाह पर अमल करने की जरूरत है.
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