सुंदर दांतों की चाह हर किसी को होती है लेकिन हर किसी के दांत एकदम सुंदर शेप में और सीधे नहीं होते हैं. कुछ लोगों के दांत बचपन से ही आढ़े-तिरछे होते हैं. अब तक ऐसे दांतों को सीधा करने और शेप में लाने के लिए इनमें ब्रेसेज लगा दिए जाते हैं, जिसे ज्यादातर लोग दांतों में लगने वाले तार के रूप में जानते हैं. इन ब्रेसेस को दांतों में पहनकर रखना होता है और समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप कराना होता है. एक टाइम के बाद आपके दांत सीधे हो जाते हैं. फिर इनकी शेप को मैनेज करने के लिए दूसरे डेंटल केयर ट्रीटमेंट्स किए जाते हैं. इन सब प्रॉसेस में दिक्कत सिर्फ यही है कि दांतों में लगे हुए तार से बने ब्रेसेस आपके आकर्षण को कम करते हैं. इसलिए ज्यादातर युवा इसे लगाने से बचते हैं. खासतौर पर कॉलेज गोइंग यंगस्टर्स और ऑफिस गोइंग युवा अपने लुक्स के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते. इसलिए जरूरी होने पर भी ये ब्रेसेस लगवाने से बचते हैं. 


अब ब्रेसेस का एक शानदार विकल्प मार्केट में मौजूद है और इसे डेंटल अलाइनर कहते हैं. ये रिफाइंड और मेडिकल पैरामीटर्स पर तैयार की गई फाइन प्लास्टिक से बने होते हैं और ट्रांसपैरंट होते हैं. यानी आप इन्हें लगाकर अपने दांत भी सीधे कर लेंगे और आपने दांतों पर कुछ लगा रहा है, इस बारे में लोग आराम से कुछ जान भी नहीं पाएंगे! डेंटल अलाइनर्स उन यंगस्टर्स के लिए सबसे सही हैं, जो अपने दांतों में ब्रैकेट्स या वायर का इस्तेमाल नहीं करना चाहते. यानी अगर आप उन लोगों में शामिल हैं, जो अपने टेढ़े दांतों को सीधा करना चाहते हैं लेकिन कुछ दिनों के लिए ही सही अपने लुक्स के साथ कोई समझौता नहीं चाहते तो आप डेंटल अलाइनर्स पर पूरी तरह भरोसा कर सकते हैं. इनका ट्रैक रिकॉर्ड काफी अच्छा है और 80 प्रतिशत मामलों में ये मनचाहा रिजल्ट देते हैं.


कैसे चुनते हैं डेंटल अलाइनर्स?


ब्रैकेट्स या वायर की डेंटल अलाइनर्स सबके लिए एक जैसे नहीं होते हैं. बल्कि इन्हें आपकी जरूरत के अनुसार कंप्यूटर की मदद से कस्टमाइज किया जाता है. दांतों को सीधा करने और फाइन लुक देने के लिए अपनी जगह से थोड़ा-बहुत सरकाने के लिए डिजिटल इंप्रेशन और लेटेस्ट टेक्नॉलजी का उपयोग किया जाता है.


डेंटल अलाइनर्स के लाभ



  • डेंटल अलाइनर्स का सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि आपका लुक पहले की तरह नॉर्मल बना रहता है और दांतों में ब्रेसेज की तरह ये अलग से हाइलाइट नहीं होते हैं.

  • डेंटल एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्रेसेस की तुलना में अलाइनर्स काफी कम समय में दातों को मनचाही शेप देते हैं. अलग-अलग व्यक्ति पर इनका समय अलग हो सकता है.

  • जरूरी होने पर आप बिना किसी की मदद के इन अलाइनर्स को हटा सकते हैं. जबकि ब्रेसेस के साथ यह सुविधा नहीं होती है. जैसे आप अपनी आंखों के लिए कॉन्टेक्ट लैंस को बिना किसी की मदद के लगा और हटा सकते हैं, ठीक इसी तरह दांतों पर अलाइनर्स भी उपयोग कर सकते हैं.

  • अलाइनर्स से मुंह में कट या चोट लगने की संभावना बिल्कुल नहीं होती है. जबकि ब्रेसेस के दौरान बहुत अधिक सावधानी रखनी होती है. खाने-पीने की चीजों के साथ ही क्लीनिंग का खास ध्यान रखना होता है. अलाइनर्स उपयोग करते समय आप डेली लाइफ के ओरल हेल्थ रेजीम को अपना सकते हैं. यानी सिर्फ दो बार ब्रश करें और अपनी पसंद की चीजें खाएं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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