Skincare Tips To Remove Scars: आपकी त्वचा पर पिंपल्स और ऐक्ने अपने निशान छोड़ जाते हैं. धीरे-धीरे ये निशान (Scars) बढ़ते जाते हैं और चेहरे का आकर्षण (Beauty) घट जाता है. इस स्थिति में आपको ऐसे स्किन केयर प्रॉडक्ट्स (Skin Care Products) की आवश्यकता होती है, जो त्वचा की गहराई में जाकर उसे हील (Heel) कर सकें और निशान को जल्दी से जल्दी मिटा सकें (Scar Removing Tips). यहां आपको ग्लोइंग (Glowing) और फ्लॉलेस स्किन (Flawless Skin) पाने के कुछ आसान उपाय बताए जा रहे हैं...
बाजार में मिलने वाले ब्यूटी प्रॉडक्ट्स या फिर घरेलू उपाय तभी आपकी त्वचा पर अपना असर दिखा पाते हैं, जब आप अपनी लाइफस्टाइल को सही रखते हैं. लाइफस्टाइल एक बहुत विस्तृत विषय है और इसमें आपके खान-पान से लेकर सोने-जागने और उठने-बैठने के सलीके तक शामिल हैं. ये सभी आपकी त्वचा को प्रभावित करते हैं. इसलिए तनाव, अनिंद्रा, पोषण की कमी, सही डायट का अभाव, प्रॉपर सनलाइट ना लेना और प्रकृति से दूर रहना जैसी आदतें आपकी सुंदरता को कम करती हैं. इसलिए इन्हें अपने जीवन से दूर रखें.
त्वचा को बेदाग बनाने के तरीके
- खीरे का एक टुकड़ा कद्दूकस करके इसमें दो से तीन बूंद नींबू का रस डालें और इस मिक्स को अपनी त्वचा पर 10 से 15 मिनट के लिए लगाएं और फिर ताजे पानी से धोकर साफ कर लें. इसके बाद मॉइश्चराइजर लगाएं.
- आधा चम्मच शहद लें और इसमें नींबू के रस की दो से तीन बूंदें मिला लें. अब इस मिक्स को 15 से 20 मिनट के लिए त्वचा पर लगाएं और फिर पानी से धोकर साफ कर लें. मॉनसून में इसे धोने के लिए गुनगुने पानी का उपयोग करें.
- चेहरे पर बेंजोइल पैरोक्साइड या फिर विटमिन-ए युक्त क्रीम और लोशन का उपयोग करें. ये आपकी त्वचा पर दाग-धब्बों को लंबे समय तक टिकने नहीं देते हैं.
- हल्दी युक्त घरेलू फेस पैक चेहरे पर लगाएं. आप हल्दी और बेसन के उपयोग को नहीं करना चाहते हैं तो मुलतानी मिट्टी, चंदन पाउडर और गुलाबजल मिलाकर फेस पैक तैयार करें और 20 से 25 मिनट के लिए इसे लगाएं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: ग्लोइंग त्वचा के लिए जरूरी है एक्सफोलिएशन, ये हैं 2 हर्बल तरीके
यह भी पढ़ें: जानलेवा होता है आर्टरी और वेन में थक्का जमना, ये हैं थ्रोम्बोम्बोलिज़म के लक्षण