Guruwar ke Upay: गुरुवार के दिन करें विष्णु जी की इन मंत्रों का जाप, हर संकट से मिलेगी मुक्ति
Guruwar ke Upay: गुरुवार को बृहस्पति देव पूजन से कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है और व्यक्ति का मान-सम्मान बढ़ता है. जानिए बृहस्पति देव पूजन में किन मंत्रों के जाप से पूरी होगी हर मनोकामना.
Guruwar ke Upay: हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों-नक्षत्रों की चाल का असर पड़ता है. बृहस्पति ग्रहों में एक बहुत अहम और प्रभावी ग्रह माना जाता है. बृहस्पति को सुख, शांति, विवाह, संतान, वैभव आदि का कारक माना जाता है. जीवन में बृहस्पति के अनुकूल रहने पर जीवन की दशा और दिशा सुधर जाती है और व्यक्ति प्रगति के रास्ते पर चलता है, जीवन में सुख और शांति का वास होता है. व्यक्ति को ज्ञान, पैसा, मान-सम्मान सब की प्राप्ति होती है जिससे जीवन सुंदर और आसान हो जाता है.
वहीं जीवन में कुंडली में अगर बृहस्पति की स्थिति कमजोर हो तो मांगलिक कार्यों में बहुत अड़चनें आने लगती हैं. इसके अलावा व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से भी बहुत कष्ट झेलने पड़ते हैं. व्यक्ति का राज-पाट, मान-सम्मान सब चला जाता है, पैसे की तंगी हो जाती है और भाग्य साथ नहीं देता. व्यक्ति की बुद्धि फिर जाती है. बृहस्पति को जीवन में संतुलित और प्रसन्न रखने के लिए कुछ गुरुवार के दिन कुछ खास मंत्रों का जाप करना बहुत लाभकारी माना गया है. आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में.
बृहस्पति के मंत्र-
1. बृहस्पति शांति ग्रह मंत्र
देवानाम च ऋषिणाम च गुरुं कांचन सन्निभम।
बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।।
ॐ बृं बृहस्पतये नमः।।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।।
ॐ ह्रीं नमः।
ॐ ह्रां आं क्षंयों सः ।।
2. बृहस्पति मंत्र, जल्द विवाह के लिए
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
ॐ बृं बृहस्पतये नमः।
3. ध्यान मंत्र
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
रत्नाष्टापद वस्त्र राशिममलं दक्षात्किरनतं करादासीनं,
विपणौकरं निदधतं रत्नदिराशौ परम्।
पीतालेपन पुष्प वस्त्र मखिलालंकारं सम्भूषितम्,
विद्यासागर पारगं सुरगुरुं वन्दे सुवर्णप्रभम्।।
बृहस्पति विनियोगा मंत्र
ॐ अस्य बृहस्पति नम:
ॐ अनुष्टुप छन्दसे नम:
ॐ सुराचार्यो देवतायै नम:
ॐ बृं बीजाय नम:ॐ शक्तये नम:
ॐ विनियोगाय नम:
ऊं अंशगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात्।
4. गुरु का वैदिक मंत्र
ओम बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु
यद्दीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्।।
कब करें इन मंत्रों का जाप
कुंडली में गुरु की स्थिति को मजबूत करने के लिए आप हर दिन पूजा के समय इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं. खासकर गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा करने के बाद इन मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी होता है. लाभ प्राप्ति के लिए कम से कम एक माला जाप जरूर करें.
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