एक उम्र के बाद बाल गिरने की शुरुआत होती है मगर आज कल खराब वातावरण की वजह से बालों का उम्र से पहले और तेजी से झड़ना आम होता जा रहा है. सर्दी के आते ही बाल और तेजी से गिरने लगते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रोजाना 60 बाल गिर रहे हैं, तो ये स्वाभाविक प्रक्रिया है और अगर बालों के झड़ने की तादाद 100 या उससे अधिक है, तो फिर परेशान होने की बात है.
सर्दी के मौसम में बालों के झड़ने की रफ्तार दोगुनी हो जाती है. समस्या दूर करने के लिए महिलाएं और पुरुष महंगे शैंपू का इस्तेमाल करते है. हालांकि, इसके बावजूद बालों का गिरना जारी रहता है. बालों की खूबसूरती के लिए इस्तेमाल होनेवाली जड़ी-बूटी शिकाकाई का इस्तेमाल बालों को न सिर्फ सेहतमंद बनाता है बल्कि उसे मजबूत बनाकर गिरने से भी बचाता है.
केमिकल युक्त शैंपू बालों की बनावट और सिर की त्वचा दोनों को रूखा बनाते हैं. उसमें पाए जानेवाले केमिकल प्राकृतिक ऑयल को निकाल देते हैं. जिससे सिर पर खुश्की और बालों की जड़ों में रक्त पहुंचने की प्रक्रिया प्रभावित होती है. विशेषज्ञों का कहना है कि बालों को गिरने से रोकने के लिए आहार का पौष्टिक होना भी अत्यंत आवश्यक है.
अगर आहार ठीक हो और साथ में चंद आसान घरेलू नुस्खों का भी सहारा लिया जाए, तो बालों की सेहत बरकरार रहती है. घर पर शिकाकाई के पानी से बाल धोने और उससे शैंपू बनाने के आसान तरीके बताए जा रहे हैं. उनके इस्तेमाल से बिना किसी नुकसान के बालों को खूबसूरत, घना, चमकदार बनाया जा सकता है.
शिकाकाई का पानी
सूखी जड़ी बूटी शिकाकाई लें और उसे पीसकर जरूरत के मुताबिक पानी से पेस्ट बना लें. उस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं. इस तरह हफ्ते में दो से तीन बार पेस्ट को बालों की जड़ों तक पहुंचाएं. दूसरा उपाय है कि शिकाकाई को पीस कर पाउडर बनाएं. नहाने से आधा घंटा पहले दही में मिलाकर मास्क बना लें और 30 मिनट बाद धो लें.
शिकाकाई शैंपू बनाने का तरीका
500 ग्राम शिकाकाई, 250 ग्राम मेथी, 250 ग्राम मूंग की दाल, एक ढांठ तुलसी के पत्ते और 100 ग्राम रीठा एक कपड़े या कागज के टुकड़े पर बिछा दें और दो दिन तक धूप में सूखाने के लिए रख दें. दो दिन बाद जब ये सभी सामग्री अच्छी तरह सूख जाएं तो उसे पीस कर पाउडर बना लें और एक बोतल में सुरक्षित कर लें. जब बाल धोने हों तो थोड़ा पाउडर निकाल कर पानी में मिला लें और शैंपू की तरह इस्तेमाल करें.
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