Happy New Year 2022: साल 2021 को अलविदा कहने का वक्त आ गया है. दुनियाभर में नए साल (New Year) के आगमन के स्वागत की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. नव वर्ष को धूमधाम से मनाने के लिए लोग काफी उत्सुक हैं. दुनिया भर में नए साल को मनाने (New year Celebration) का अलग-अलग तरीका सालों से परंपरा का हिस्सा रहा है. हालांकि कोरोना महामारी की वजह से ज्यादातर जगहों पर नए साल के जश्न का माहौल थोड़ा फीका ही नजर आने वाला है.


भारत में नए साल पर कैसी है तैयारी?


देश के लोग साल 2022 के स्वागत के लिए उत्सुक हैं लेकिन कई जगहों पर पाबंदियों के साथ नए साल के जश्न की तैयारी की जा रही है. गोवा, दिल्ली, केरल, मनाली जैसी जगहों पर पाबंदियों के साथ लोग नए साल का स्वागत करेंगे. देश की सबसे रोमांचक जगहों में से एक गोवा वैसे तो सालभर यहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है, लेकिन न्यू ईयर पर गोवा कि नाइटलाइफ, बीच पर रात भर चलने वाली पार्टियां और जगमगाती सड़कें लोगों को खूब आकर्षित करती है. लेकिन इस बार कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के चलते कई पार्टियां कैंसल कर दी गई हैं. दिल्ली में सभी सार्वजनिक जगह पर क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर प्रतिबंध लगाए गए हैं. शहर में भीड़ जमा न करने की हिदायत दी गई है. दिल्ली की बाजारों में नो मास्क नो एंट्री का सख्ती से नियम लागू किया गया है. वही 50 फीसदी सिटिंग कैपेसिटी के साथ रेस्टोरेंट और होटल खोलने की इजाजत है. केरल, शिमला, मनाली में प्रकृति के खूबसूरत नजारों के बीच लोग न्यू ईयर पार्टी का जमकर लुत्फ उठाते हैं लेकिन इस बार कोरोना की वजह से कुछ फीका है. 


अमेरिका में नए साल की तैयारी


अमेरिका में भी ओमिक्रोन के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई, जिसके बाद प्रशासन ने नए साल पर होने वाली पार्टियों पर आंशिक रूप से प्रतिबंध लगाए हैं. कई कार्यक्रम रद्द भी कर दिए गए हैं. न्यूयॉर्क सिटी में स्थित टाइम्स स्क्वायर पर तय योजना के अनुसार नववर्ष को लेकर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं जिसमें कोरोना गाइडलाइंस के पालन के साथ लोग शामिल होंगे. अमेरिका में नए साल के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे, साथ ही कुछ परंपराएं भी लोगों को आकर्षित करती रही है. उत्तरी अमेरिका में बर्फीले पानी में डुबकी लगाने की परंपरा है. पोलर बियर क्लब ने नए साल पर बर्फीले पानी में डुबकी लगाने की परंपरा को आगे बढ़ाने और लोकप्रिय बनाने में काफी सहायता की है. दक्षिण अमेरिका में नए साल पर रंगीन अंडरवियर पहनते है. यहां के लोग इसे शुभ मानते हैं.


जापान में ऐसे मनाते हैं नव वर्ष


जापान में भी नए साल पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. पार्टियों को लेकर लोगों के बीच काफी उत्सुकता रहती है लेकिन कोरोना का असर यहां भी दिखेगा. जापान में कई जगह पर लोग इसे एक त्योहार के रूप में मनाते हैं. लोग अपने घरों और मोहल्लो की साफ सफाई और रंगाई पुताई करते हैं. नए कपड़ों के साथ सजकर लोग संगीत के साथ नाचते गाते हैं.


रोमानिया में न्यू ईयर 


रोमानिया के लोग भी नए साल पर खूब जश्न मनाते हैं. पार्टियों के साथ-साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. बताया जाता है कि रोमानिया के लोग भालू को शुभ मानते हैं यही वजह है कि लोग न्यू ईयर का स्वागत भालू जैसी ड्रेस पहनकर करते हैं. भालू के ड्रेस में लोग डांस करते नजर आते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से नए साल में बुरी आत्माओं से छुटकारा मिलता है.


डेनमार्क में न्यू ईयर


डेनमार्क में भी नए साल को लेकर काफी उत्साह देखा जाता है. लोग पार्टियां और कई कार्यक्रम आयोजित करते हैं. यहां न्यू ईयर पर अपने दोस्तों और पड़ोसियों के घरों के दरवाजे पर बर्तन तोड़ने की भी परंपरा है जिसे लोग समृद्धि से जोड़कर देखते हैं.


सबसे पहले यहां मनाते हैं नए साल का जश्न 


ऑस्ट्रेलिया (Australia) के सिडनी से नए साल के मौके पर जश्न की तस्वीरें सबसे पहले आती हैं. शानदार आतिशबाजी के कारण सिडनी शहर काफी चर्चा में रहता है. ऐसे में लोग मानते हैं कि नए साल का जश्न सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया में ही होता है. हालांकि टोंगा के प्रशांत द्वीप में सबसे पहले दिन निकलता है जिसकी वजह से लोग मानते हैं कि यहां सबसे पहले नए साल का जश्न मनाया जाता है. वही सबसे आखिरी देश की बात करें तो अमेरिका के कुछ आईलैंड में सबसे बाद सूरज निकलता है जिससे यहां आखिरी में 1 जनवरी को नए साल के जश्न की शुरुआत होती है.


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