इन 5 कामों को करने से बचें, हो सकते हैं डिप्रेशन का शिकार
अगर कभी भी आपको एंजाइटी या डिप्रेशन जैसा महसूस हो तो भूल से भी न करें ये पांच काम.
आजकल के दौर में एंजाइटी और डिप्रेशन जैसी समस्या आम बात हो गई है. हर आयु वर्ग के लोगों के साथ ये समस्या बढ़ती जा रही है. हर किसी को इसका एहतियात बरतना चाहिए क्योंकि ये समस्या कब बहुत बड़ी हो जाए ये पता भी नहीं चल पायेगा. अक्सर देखा जाता है लोग इस बात को किसी से बताने या जाहिर करने में घबराते है. ऐसे में अगर आपको कभी भी एंजाइटी या डिप्रेशन जैसा महसूस हो तो आप इसको नजरअंदाज न करें. आप खुद को अकेला करने से बचें. आपको अगर डिप्रेशन जैसा महसूस हो तो आप किसी भी ऐसी बात को न करें जिससे आपकी समस्या और भी बढ़ जाए. आप अपने आपको लोगों से अलग न रखें. ना ही आपको और भी नकारात्मक ख्याल आने लगेगें. वहीं अगर आपको डिप्रेशन या एंजाइटी जैसा महसूस हो रहा है तो कुछ कामों को करने से बचना चाहिए.
एल्कोहल न पिएं- डिप्रेशन महसूस होने पर एल्कोहल का सेवन न करें. इससे आपकी परेशानी कम होने की बजाय बढ़ जाएगी. एल्कोहल का सेवन शरीर के लिए हर तरह से हानिकारक है. इसकी लत पड़ जाने पर ये आपकी मानसिक और शारीरिक क्षमता को कम कर देती है. इसलिए इसका सेवन अवॉइड करें. डिप्रेशन महसूस होने पर आप पानी का सेवन करें. लिक्विड डाइट लें ताकि शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रहे और साथ ही आपको फाइबर रिच डाइट का सेवन भी करना चाहिए.
डॉक्टर से सलाह लें- डिप्रेशन महसूस होने पर अपनी परेशानी को नजरअंदाज न करें. उस पर मदद लें, डॉक्टर या थैरेपिस्ट से मिलें. डिप्रेशन होने पर आप दूर का सोचने या गहरा चिंतन करने से बचें. इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है डिप्रेशन होने पर भविष्य या पास्ट का सोचने की बजाय वर्तमान पर फोकस करना चाहिए. डिप्रेशन की समस्या से अकेले जूझने के बजाय साइकोलॉजिस्ट की मदद लें.
हमेशा लेटे न रहें- डिप्रेशन रहने पर अगर आप लेटे रहेंगे तो लक्षण बिगड़ जाएंगे और लेटने के बावजूद आप अनिद्रा के शिकार हो सकते हैं. इसके बजाय आप वॉक करें या कसरत करें. डांस करना भी एक अच्छा विकल्प है. खुद को व्यस्त रखें. लेटे रहने से आप ज्यादा चिंता करेंगे.
ज्यादा खाने से बचें- इटिंग डिसऑर्डर के चलते जो लोग भूख न होने के बावजूद जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं उसे बिंज इटिंग कहा जाता है, अगर आपको डिप्रेशन की समस्या हो रही है तो आपको बिंज इटिंग से बचना चाहिए.
कमरे में बंद न रहें- आपको डिप्रेशन महसूस होने पर खुद को दूसरों से अलग नहीं करना है. सोशल आइसोलेशन से डिप्रेशन के लक्षण बढ़ सकते हैं. आपको खुली हवा और वातावरण में बैठना चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार डिप्रेशन दूर करने के लिए लोगों से बात करें. उनसे मिलें. डिप्रेशन महसूस होने पर आपको वर्चुअल डिस्ट्रेक्शन जैसे मोबाइल, लैपटॉप, वीडियो गेम्स से भी बचना चाहिए.
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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