वैज्ञानिक शोधों पर गौर किया जाए तो, यह बात प्रमाणित है कि ग्रीन कॉफी में कई ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर को भिन्न-भिन्न तरह से लाभ पहुंचाते हैं और शरीर की रोगों से रक्षा करते हैं. कॉफी में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड और कैफीन की उच्च मात्रा के कारण ही यह स्वास्थ्य लाभ से जुड़े इन परिणामों को प्रदान करते हैं. ये दोनों ही घटक हमारे शरीर में समस्याओं को कंट्रोल करने में भी सहायक होते हैं.


ग्रीन कॉफी में मौजूद क्लोरोजेनिक ऐसिड बॉडी फैट को बर्न करने में मदद करता है. साथ ही यह गुड कलेस्ट्रॉल के स्तर को भी सुधारता है. साथ ही यह ऐसिड बेसेल मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे ब्लड में रिलीज होने वाले ग्लूकोज का स्तर घट जाता है. ऐसी स्थिति में क्लोरोजेनिक ऐसिड बॉडी फैट को बर्न करने लगता है, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है. ग्रीन कॉफी मेटाबॉलिजम को सुधारने के अलावा ओवरईटिंग पर भी रोक लगाती है और क्रेविंग्स को कम करती है. इसके नियमित सेवन से शरीर में कार्बोहाईड्रेट और फैट्स की खपत कम होती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है.


ग्रीन कॉफी का सेवन कब करें?
आप अपने नाश्ते या दिन के किसी भी समय ग्रीन कॉफी ले सकते हैं. भोजन के ठीक बाद इसे पीना ब्लड शुगर लेवल और वजन घटाने में सहायक हो सकता है.


ग्रीन कॉफी कैसे तैयार करें?
आप ग्रीन कॉफी बिल्कुल वैसे तैयार कर सकते हैं जैसे आप ब्लैक कॉफी तैयार करते हैं. अपनी कॉफी में अधिक स्वाद जोड़ने के लिए दालचीनी या शहद मिलाएं. ग्रीन कॉफी अकेले वजन कम करने में मदद नहीं करेगी. अपने आहार में अंडा, दाल, फलियां, सोया उत्पाद प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों शामिल करें. साथ ही भोजन को धीरे-धीरे और ठीक से चबाकर खाएं.


व्यायाम करें
स्वस्थ जीवन व्यायाम के बिना अधूरा है. जब आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो इससे आपको अपना वजन कम करने में मदद मिल सकती है. वजन घटाने के लिए अपनी दिनचर्या में कार्डियो और वेट ट्रेनिंग दोनों को शामिल करें.


ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.


ये भी पढ़ें:


स्किन टैनिंग से राहत पाने और त्‍वचा में चमक लाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय


कितना फायदेमंद है दूध में केला डालकर पीना, जानें इससे शरीर पर होने वाले प्रभावों के बारे में