Health Tips: कोरोना से होने वाले चिंताओं को करना है दूर तो डाइट में लाएं ये मामूली बदलाव
मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल के दौरान डॉर्क चॉकलेट, तीखे फल, प्रोबायोटिक्स को अपनी डाइट में शामिल किया जाना चाहिए. विशेषज्ञों का कहना है कि उसमें चिंता कम करनेवाले यौगिक, मन को बेहतर करने और भावनात्मक स्वास्थ्य और व्यवहार को प्रभावित करने के गुण पाए जाते हैं.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पैदा हुई स्थिति ने तनाव और चिंता को बढ़ा दिया है. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम अपने स्वास्थ्य की, मानसिक हो या शारीरिक, पहले से ज्यादा देखभाल करें. विशेषज्ञों का कहना है कि लोग चिंता से जीवनशैली में चंद बदलाव लाकर निपट सकते हैं. रोजाना की डाइट रूटीन में विशेष फूड्स सबसे पहला कदम है. फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन सभी आपके स्वास्थ्य के लिए मददगार हो सकते हैं.
कद्दू के बीज और केला- कद्दू के बीच पोटैशियम में अधिक होते हैं. ये ब्लड प्रेशर को काबू करने और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं. पोटैशियम से भरपूर फूड्स जैसे कद्दू के बीज और केला खाने से तनाव और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद करेगा. कद्दू के बीज जिंक के अच्छे स्रोत भी होते हैं. जिंक की कमी का मूड और भावनाओं पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है.
हरी पत्तेदार सब्जियां- मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों का मुकाबला करने के लिए अच्छी तरह से संतुलित और पौष्टिक आहार खाना चाहिए. न्यूट्रशिनस्ट श्वेता गुप्ता के मुताबिक, हरी पत्तीदेार सब्जियां मैग्नीशियम का प्रमुख स्रोत होती हैं. इसके अलावा, चिंता से संबंधित व्यवहार और तनाव कम करनेवाला जरूरी मिनरल होता है, इस तरह, आराम महसूस करने में आपको मदद मिलती है. एक तिहाई प्लेट को पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियां जैसे पालक, पत्ता गोभी, गोभी, चुकंदर के पत्ते, सलाद की मदद से अपनी डाइट को ज्यादा स्वस्थ बनाएं.
विटामिन ई और ओमेगा-3- नट्स और सीड्स चिंता कम करने से जुड़े हुए पाए गए हैं. इसलिए, नट्स और सीड्स का रोजाना भोजन के साथ इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. दरअसल नट्स और सीड्स डाइटरी फाइबर, आवश्यक फैटी एसिड्स, मिनरल्स, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स में समृद्ध होते हैं. ये दिमाग की सेहत को बढ़ावा देते हैं और शांति की भावना पैदा करते हैं. बादाम, अखरोट, सरसों के बीज, कद्दू के बीज, चिया बीज को संतुलित मात्रा में रोजाना खाया जाना चाहिए.
प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और विटामिन्स- प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और विटामिन्स वाले फूड्स मेटाबोलिज्म, हार्मोन्स, न्यूरोट्रांसमीटर को काबू रखने में मदद करते हैं. इसके अलावा, हमारे मूड्स को भी संतुलित करते हैं. विटामिन बी कॉम्पलेक्स जैसे फोलेट से भरपूर डाइट का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके प्रमुख स्रोत बीन्स, मटर, सरसों के बीज में मौजूद फोलेट हैं, विटामिन बी6 हरी पत्तेदार सब्जियों, सीड्स और नट्स में पाया जाता है. ये बी विटामिन्स होमोसिस्टीन लेवल को नीचा रखने का काम करते हैं. होमोसिस्टीन शरीर के जरिए पैदा एमिनो एसिड है, और हाई लेवल डिप्रेशन, विशेषकर महिलाओं में चिंता का संकेत हो सकता है.
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