हाई ब्लड प्रेशर या हाईपरटेंशन स्वास्थ्य संबंधी आम समस्या है. हाई ब्लड प्रेशर लेवल के कुछ दुष्प्रभाव आपको हृदय रोग के खतरे में डाल सकता है, जो जानलेवा हो सकता है. हाईपरटेंशन का प्राथमिक इलाज दवा से होता है, लेकिन कई जीवनशैली बदलाव लेवल को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए हैं.


विशेषज्ञों का कहना है कि जीवनशैली के खास पहलुओं को बदलकर दवाइयों के इस्तेमाल किए बिना ब्लड प्रेशर को कम करना संभव हो सकता है. लेकिन, ऐसा करना हर शख्स के लिए संभव नहीं है. इसलिए दवाओं की भी जरूरत हो सकती है. आपको जानना चाहिए हाई ब्लड प्रेशर होने के कुछ साइड-इफेक्ट्स और आसान तरीकों से कैसे अपने लेवल को काबू में रख सकते हैं.


दिल की समस्याएं
दिल का दर्द आपके ब्लड प्रेशर ज्यादा होने का पहला स्पष्ट संकेत है. बहुत ज्यादा दबाव दिल को ब्लड की आपूर्ति करनेवाली रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है. दबाव में वृद्धि दिल के काम करने को ज्यादा सख्त बना सकती है और हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ा देता है.


किडनी की समस्याएं
वक्त गुजरने के साथ निरंतर ब्लड प्रेशर लेवल किडनी से जुड़ी विभिन्न जटिलताओं को जन्म दे सकता है. हाई ब्लड प्रेशर किडनी की धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे किडनी का ठीक ढंग से काम करना रुक जाता है. अंत में इसका नतीजा किडनी फेल्योर की शक्ल में सामने आ सकता है.


स्ट्रोक
हाई ब्लड प्रेशर लेवल का अन्य साइड-इफेक्ट्स दिल की समस्याओं से जुड़ता है. हाई ब्लड प्रेशर दिमाग को आपूर्ति करनेवाली रक्त वाहिकाओं की क्षति कर सकता है और ब्लड क्लॉट्स की वजह बन सकता है जिसके नतीजे में स्ट्रोक होता है.


दृष्टि के साथ समस्या
अगर आप ध्यान दें कि आपको अचानक दृष्टि के साथ समस्याएं हो रही हैं, तो संभव है कि आपका ब्लड प्रेशर लेवल बहुत ज्यादा है. बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर अस्थायी धुंधली रोशनी की वजह बन सकता है या हमेशा के लिए नतीजे में स्थायी आंखों की रोशनी जा सकती है.


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