हृदय हमारे शरीर का एक अहम अंग होता है, लेकिन ह्रदय के साथ थोड़ी सी भी गड़बड़ी हमारे पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित कर देती है. जब हमारा ह्रदय अस्वस्थ होता है तो कुछ ऐसे लक्षण नजर आते हैं जो समान नहीं होते हैं. जैसे अचानक सीने में दर्द, थकान, अधिक गर्मी से पसीने आना आदि लक्षण नजर आ सकते हैं. ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि आप किन लक्षणों को इग्नोर न करें.


1) सीने में दर्द या बेचैनी दिल की बीमारी का सबसे आम लक्षण होता है. छाती में जकड़न दर्द और दबाव महसूस होना छोटे के लक्षण है.


2 )दिल की बीमारी में आपको थकान महसूस हो सकती है. कभी-कभी इस दौरान मछली अपच और पेट दर्द की शिकायत भी होती है.


3) शरीर के बाएं तरफ दर्द होना भी दिल अस्वस्थ होने का लक्षण हो सकता है. ऐसी स्थिति में दर्द छाती से शुरू होता है. नीचे की ओर बढ़ता है. कुछ लोगों को यह दर्द बांह तक फैल  जाता है.


4) अगर आपको अचानक से चक्कर आते हैं या सांस लेने में दिक्कत होती है या लो बीपी की समस्या है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें क्योंकि ऐसी स्थिति में हमारा ह्रदय उस तरह से पंप करने में सक्षम नहीं होता है, जिस तरह से इसे करना चाहिए.


5) कई बार सीने में दर्द या दबाव के कारण गले या जबड़े में भी दर्द फैलना हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं.


6) अगर आप सीढ़ियां चढ़ने, चलने फिरने या थोड़ा सा काम करने में थक जाते हैं तो यह भी कमजोर दिल होने का संकेत हो सकता है.


7) खर्राटे लेना सामान्य बात है, लेकिन असामान्य रूप से यह हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है जिससे दिल को धड़कने में अधिक जोर पड़ता है.


8) बिना किसी काम वर्कआउट के बहुत ज्यादा पसीना आना दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है.


9) अगर आपको लंबे समय से खांसी है जो सफेद या गुलाबी गल बलगम पैदा करती है तो यह दिल की विफलता का संकेत है.


10) अगर आपके पैर और टखनों में सूजन है तो यह भी दिल की बारी का लक्षण है. आपके दिल ढंग से पंप नहीं कर पा रहा है जिससे शरीर में रक्त वापस नहीं हो रहा है उससे सूजनआ  जाती  है .


ये भी पढ़ें-चेहरे के मुहांसे छुपाने के लिए फॉलो करें ये मेकअप टिप्स


इन घरेलू नुस्खों से पिंपल्स एक दिन में होगें ठीक, जानें



Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.