किचन में काम करते वक़्त कई बार महिलाओं के हाथ जल जाते हैं. हमारी त्वचा का जलाना काफी दर्दनाक होता हैं और जब हाथ जले तब और भी परेशानियां का हमें सामना करना पड जाता है.  हाथ चाहें काम जला हो या ज्यादा इसको तुरंत इलाज करना बहुत जरूरी हो जाता है. इलाज न सिर्फ तुरंत होना चाहिए बल्कि सही तरीके से भी होना चाहिए वरना यह हमारी हाथ की त्वचा पर गलत असर भी डाल सकता है. कई बार महिलाएं प्राथमिक उपचार के चक्कर में गलत तरीकों को अपना लेती हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी गलतियां जो अक्सर लोग अपना लेते हैं जिसका उनकी त्वचा पर गलत प्रभाव पड़ता है . 


बर्फ -कई लोग हाथ जलने पर बर्फ को हाथों पर रगड़ लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें ठंडक तो मिलती है लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा करने से आपको थर्मल इंजुरी भी हो सकती है. ऐसा करने से आप हिट इंजरी के ऊपर कोल्ड इंजरी को ऐड कर रहे हैं. इसलिए अगर आपका हाथ जल गया है तो ऐसे में बर्फ के इस्तेमाल की जगह पानी का इस्तेमाल करें. पानी का इस्तेमाल आपको हानि भी नहीं पहुंचाएगा. 


घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल -
यह ज्यादातर देखा जाता है की जब-जब स्किन जल जाती है तो ऐसे में लोग टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसा करना आपकी हीलिंग प्रोसेस को धीमा कर देती है. साथ ही साथ यह संक्रमण का भी कारण बन सकती है. 


फफोलों को पॉप करना -
जले हुए हिस्से में अक्सर फफोले पड जाते हैं. लोग इन फफोलों को फोड़ने की कोशिश भी किया करते हैं. इससे आपको स्किन इन्फेक्शन भी हो सकता है. इसकी जगह आप किसी स्किन प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं और साथ ही ड्रेसिंग भी करवा सकते हैं. 


सन एक्सपोज़र -कई लोगों को हाथ के जले होने के बावजूद काम की वजह से बाहर जाना पड़ जाता है. इसके कारण सन एक्सपोज़र का असर आपके जले हुए भाग पर पड़ता है. इससे आपकी त्वचा पर जलन बढ़ती है. यही नहीं बल्कि फफोले पड़ने की भी समस्या हो सकती है.  इसलिए अगर आपको इस स्थिति से बाहर जाना पड रहा है तो अपने जले हुए भाग को कवर ज़रूर करें.


ये भी पढ़ें


तरबूज खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगी दिक्कत


आपकी उम्र भी अगर हो गयी है 30 के पार, तो भूल कर भी न खाएं ये फ़ूड



Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.